3/30/2018

समोच्चरित शब्द Samoccharik Shabd


समोच्चरित शब्द उन शब्दों को कहा जाता है जिन्हें बोलने व सुनने पर एक जैसा प्रतीत होता है परन्तु अर्थ भिन्न होते है।
उदाहरण : ' सूत ' का अर्थ धागा, भाट व सारथी होता है। परंतु ' सुत ' का अर्थ बेटा होता है।

अन्य उदाहरण :-
आदि - आरम्भ
आदी - आदत वाला ( व्यसनी )

आधि - रोग
आधी - आधा का स्त्रीलिंग

अलि, आलि - भौरा
अली, आली - सखी

अवधि - समय सिमा
अवधी - हिंदी कि एक बोली

कृति - रचना
कृती - निपुण, पुण्यात्मा

कोशल - अवध
कौशल - निपुणता

गिरि - पर्वत
गिरी - बीज या गुदा

दारु - लड़की
दारू - शराब, हाल

दिन - दिवस, वार
दीन - दयनीय

जगत - कुएँ का चबूतरा
जगत् - संसार

समोच्चरित शब्द:
अनल - आग
अनिल - हवा, वायु

अगमन - जिसे जानना या जहाँ पहुचना संभव हो
आगमन - उत्पत्ति शास्त्र

अभेद - अंतर नहीं
अभेद्य - न टूटने योग्य

अन्न - अनाज
अन्य - दूसरा

अणु - कण
अनु - पश्चात

ओर - तरफ
और - तथा

असित - काला
अशित - खाया हुआ

अपेक्षा - तुलना में
उपेक्षा - निरादर, लापरवाही

कल - सुंदर, पुरजा
काल - समय

अंदर - भीतर
अंतर - भेद

अंक - गोद
अंग - देह का भाग

अंस - कंधा
अंश - खंड

इंदिरा - लक्ष्मी
इंद्रा - इंद्राणी

कटिबंध - कमरबंध
कटिबद्ध - तैयार

क्रांति - विद्रोह
क्लांति - थकावट

कुल - वंश
कूल - किनारा

अश्व - घोड़ा
अश्म - पत्थर

अलि - भ्रमर
आली - सखी

कृमि - कीट
कृषि - खेती

अपचार - अपराध
उपचार - इलाज

अन्याय - गैर-इंसाफी
अन्यान्य - दूसरे-दूसरे

आमरण - मृत्युपर्यंत
आभरण - गहना

अवसान - अंत
आसान - सरल

आदि - आरम्भ
आदी - आदत ( व्यसनी )

कलि - कलियुग, झगड़ा
कली - अधखिला फूल

कृति - रचना
कृती - निपुण, परिश्रमी

इतर - दूसरा
इत्र - सुगंधित द्रव्य

उपकार - भलाई, भला करना
अपकार - बुराई, बुरा करना

क्रम - सिलसिला
कर्म - काम

परुष - कठोर
पुरुष - आदमी

कुट - घर,किला
कूट - पर्वत

कुच - स्तन
कूच - प्रस्थान

कुजन - दुर्जन
कूजन - पक्षियों का कलरव

गत - बीता हुआ
गति - चाल

पानी - जल
पाणि - हाथ

गुर - उपाय
गुरु - शिक्षक, भारी

ग्रह - सूर्य,चंद्र
गृह - घर

प्रकार - तरह
प्राकार - किला, घेरा

चरण - पैर
चारण - भाट

चिर - पुराना
चीर - वस्त्र

परिणाम - फल
परिमाण - वजन

प्रसाद - कृपा
प्रासादा - महल

फन - साँप का फन
फ़न - कला

छत्र - छाया
क्षत्र - क्षत्रिय,शक्ति

ढीठ - दुष्ट,जिद्दी
डीठ - दृष्टि

बदन - देह
वदन - मुख

तरणि - सूर्य
तरणी - नौका

तरंग - लहर
तुरंग - घोड़ा

जुआ - बैलो के कंधों की लकड़ी
जूआ -

तप्त - गरम
तृप्त - संतुष्ट

तरंग - लहार, हिलोर
तुरंग - घोड़ा

दिन - दिवस
दीन - दरिद्र

भीति - भय
भित्ति - दीवार

देव - देवता
दैव - भाग्य

दशा - हालत
दिशा - तरफ़

द्रव - तरल पदार्थ
द्रव्य - धन

भवन - घर
भुवन - संसार

भाषण - व्याख्यान
भीषण - भयंकर

धरा - पृथ्वी
धारा - प्रवाह

नय - नीति
नव - नया

निर्वाण - मोक्ष
निर्माण - बनाना

निर्जर - देवता
निर्झर - झरना

नाहर - बाघ
नहर - पानी का कूल्या

नेक - अच्छा
नेकु - तनिक

मत - राय
मति - बुद्धि

मद - मस्ती
मद्य - मदिरा

मणि - रत्न
फणी - सर्प

मलिन - मैला
म्लान - मुरझाया हुआ

मातृ - माता
मात्र - केवल

पथ - राह
पथ्य - रोगी का आहार

पूरी - पूड़ी
पुरी - नगरी

परमिति - सिमा
परिमित - सीमित

रीति - तरीका
रीता - खाली

राज - शासन
राज - रहस्य

ललित - सुंदर
ललिता - गोपी

लक्ष्य - उद्देश्य
लक्ष - लाख

वक्ष - छाती
वृक्ष - पेड़

वसन - वस्त्र
व्यसन - नशा, आदत

वासना - कुत्सित विचार
बास - गंध

वस्तु - चीज
वास्तु - मकान

विजन - सुनसान
व्यजन - पंखा

शंकर - शिव
संकर - मिश्रित

हिय - हृदय
हय - घोड़ा

शर - बाण
सर - तालाब

शम - संयम
सम - बराबर

चक्रवाक - चकवा
चक्रवात - बवंडर

शूर - वीर
सूर - अंधा

सुधि - स्मरण
सुधी - बुद्धिमान

संघ - समुदाय
संग - साथ

सर्ग - अध्याय
स्वर्ग - एक लोक

सुत - बेटा
सूत - धागा

प्रणय - प्रेम
परिणय - विवाह

समर्थ - सक्षम
सामर्थ्य - शक्ति

हरि - विष्णु
हरी - हरे रंग का