tag:blogger.com,1999:blog-11328239452129010422024-03-21T20:19:01.094-07:00छत्तीसगढ़ ज्ञान छत्तीसगढ़ के ज्ञानUnknownnoreply@blogger.comBlogger1043125tag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-80397035763095655302024-01-23T06:54:00.000-08:002024-01-23T06:55:15.811-08:00कर्पूरी ठाकुर कौन है ? Karpoori Thakur<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEig6drDWTVuaAONbsjB9CvDILNhbmFZfhE4hMRlni8AmjgedSbZhbOinn8Flm2LTms91aJSL12FUTLR-R0yo5l2bacubmD4uRlAJs177iUmO9acwnlyCQ-GV2y2STgtemMHTE0yX7IyIrrWeP2Jie0Mkg_XkjbVzSDk_2J_dsIyJ6nsok7VI5Vh4Mw1jmte/s1024/IMG_20211204_020324.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="746" data-original-width="1024" height="466" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEig6drDWTVuaAONbsjB9CvDILNhbmFZfhE4hMRlni8AmjgedSbZhbOinn8Flm2LTms91aJSL12FUTLR-R0yo5l2bacubmD4uRlAJs177iUmO9acwnlyCQ-GV2y2STgtemMHTE0yX7IyIrrWeP2Jie0Mkg_XkjbVzSDk_2J_dsIyJ6nsok7VI5Vh4Mw1jmte/w640-h466/IMG_20211204_020324.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>कर्पूरी ठाकुर बिहार राज्य के एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्हें जन नायक के नाम से जाना जाता था। उन्होंने दिसंबर 1970 से जून 1971 तक (सोशलिस्ट पार्टी/भारतीय क्रांति दल) और दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 तक (जनता पार्टी) बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।</p><p><br /></p><p>कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म 24 जनवरी, 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझिया (अब कर्पूरी ग्राम) गांव में गोकुल ठाकुर और रामदुलारी देवी के घर नाई जाति में हुआ था।[1] वे ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन में शामिल थे। उन्होंने वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया, जिस वजह से उन्होंने अपना स्नातक कॉलेज छोड़ दिया। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए, उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए।</p><p><br /></p><p><b>राजनीतिक यात्रा</b></p><p>कर्पूरी ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की. वे वर्ष 1952 में पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए। वर्ष 1967 में वे बिहार के शिक्षा मंत्री बने। 1970 में वे बिहार के मुख्यमंत्री बने. उनके मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए। जिनमें से एक था गरीबों और पिछड़ों के लिए आरक्षण का प्रावधान करना। 1977 में वे फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बने। और बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री मंत्री बनें।</p><p><br /></p><p><b>भारत रत्न :</b></p><p>23 जनवरी 2024 को कर्पूरी ठाकुर को उनके 100वीं जन्म जयंती से पहले मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।</p><p><br /></p><p><b>मृत्यु:</b></p><p>17 फरवरी, 1988</p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-62422229890929490532023-10-03T21:09:00.004-07:002023-10-03T21:09:36.092-07:00UPI LITE X क्या है ? इंटरनेट के बिना पैसे भेज सकते<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhv5RtScaKftHIdecpseDKKtgMIyU1bD_-MTVgof9gt_-dGDeYSBVGbBn043-X1ZWG6IjHDsuJDCo4OwtKjYfEPpp6DacNPoe-PNV7bz57HiCkQdEPACLbcgb0rn1QSxGv-bO-AHu6uVQlSTdz4HACotr-0pcosWGWF-H0FkQ6mGXaBy2oTuy4DOLt4K6Tr/s640/images%20-%202023-10-04T093727.819.jpeg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="480" data-original-width="640" height="480" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhv5RtScaKftHIdecpseDKKtgMIyU1bD_-MTVgof9gt_-dGDeYSBVGbBn043-X1ZWG6IjHDsuJDCo4OwtKjYfEPpp6DacNPoe-PNV7bz57HiCkQdEPACLbcgb0rn1QSxGv-bO-AHu6uVQlSTdz4HACotr-0pcosWGWF-H0FkQ6mGXaBy2oTuy4DOLt4K6Tr/w640-h480/images%20-%202023-10-04T093727.819.jpeg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा Global Fintech Fest 2023 के दौरान UPI के लेटेस्ट फीचर को पेश किया, जिसका नाम UPI Lite X है। UPI Lite X के द्वारा यूजर्स बिना इंटरनेट यानी ऑफलाइन मोड में मनी ट्रांसफर और रिसीव कर सकते हैं। यह रिमोट एरिया में काफी उपयोगी होगी।</p><p>UPI LITE X की मदद से यूजर्स पूरी तरह ऑफलाइन मोड पर भी रुपये सेंड और रिसीव भी कर सकेंगे. ऐसे में यह सभी लोगों के लिए उपयोगी होगा। UPI LITE X फीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए फोन में नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) का सपोर्ट होना चाहिए।</p><p><br /></p><p><b>भीम (BHIM) ऐप में UPI LITE X </b><b>सेटअप की प्रक्रिया:</b></p><p></p><ul style="text-align: left;"><li>भीम ऐप खोलें और 'UPI Lite X Balance' मेनू पर जाएं। 'Enable' बटन पर टैप करें।</li><li>टिक बॉक्स को टॉगल करके और 'Enable Now' पर क्लिक करके ऑफ़लाइन लेनदेन सक्रिय करें।</li><li>ऐप आपको अपने यूपीआई लाइट वॉलेट में धनराशि डालने के लिए प्रेरित करेगा; वांछित राशि दर्ज करें.</li><li>'UPI लाइट X सक्षम करें' बटन चुनें।</li><li>अपना यूपीआई पिन दर्ज करें।</li><li>अपने वॉलेट में सफलतापूर्वक धनराशि जोड़ने के बाद, आप ऑफ़लाइन लेनदेन के लिए UPI लाइट एक्स का उपयोग शुरू कर सकते हैं।</li></ul><p></p><p><br /></p><p>UPI Lite में लेनदेन की सीमा 200 रुपये है, जबकि किसी भी समय ऑन-डिवाइस वॉलेट के लिए अधिकतम यूपीआई लाइट बैलेंस 2,000 रुपये है।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-38499560884718282892023-10-03T20:39:00.008-07:002023-10-05T09:48:40.144-07:00नोबेल पुरस्कार 2023 - विजेताओं को सूची (Nobel Prize Winners)<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjv39LNxzGrRjfh1G_EVNP3kBd6xD1hqmYy6Ks7VKQ6w4iXH0FiU_9u_i0OFZVx2Jtl3GGUololQDsu7x_NLeW2d9vXKZ_iJ1OG9SqFxm7z6K_LBUdy4oU64cJehpMc9uI9UyFv4UMAA7EanCGWLKAUR7XJ5hnyGyWF-ZBAbnlLVt32-Gh65io6JpPBCcpA/s1080/IMG_20201012_161642.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="754" data-original-width="1080" height="446" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjv39LNxzGrRjfh1G_EVNP3kBd6xD1hqmYy6Ks7VKQ6w4iXH0FiU_9u_i0OFZVx2Jtl3GGUololQDsu7x_NLeW2d9vXKZ_iJ1OG9SqFxm7z6K_LBUdy4oU64cJehpMc9uI9UyFv4UMAA7EanCGWLKAUR7XJ5hnyGyWF-ZBAbnlLVt32-Gh65io6JpPBCcpA/w640-h446/IMG_20201012_161642.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>नोबेल पुरस्कारों (Nobel Prize) की स्थापना अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) के वसीयतनामे के अनुसार वर्ष 1895 में की गाई थी। प्रथम नोबेल पुरस्कार का वितरण वर्ष 1901 में किया गया था। वर्तमान में यह पुरस्कार 6 क्षेत्रों, शांति, साहित्य, भौतिकी, केमिस्ट्री, मेडिसिन और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है।</p><p>स्वीडन के सेंट्रल बैंक Sveriges Riksbank ने वर्ष 1968 में इकनॉमिक साइंसेज में प्राइज की स्थापना की गयी थी। बैंक ने अपनी 300वीं सालगिरह के मौके पर इस प्राइज का ऐलान किया था। प्रथम इकनॉमिक साइंसेज का नोबेल वर्ष 1969 में दिया गया। </p><p>इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार विजेताओं को 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन ($986,000/ करीब 8 करोड़ रुपये) पुरस्कार के रूप में दिया जाएगा।</p><p><br /></p><p><b>पुरस्कार एवं विजेताओं की सूची :</b></p><p><b><br /></b></p><p><b>चिकित्सा :</b></p><p>अमेरिकी वैज्ञानिक कैटलिन कारिको (Caitlin Carico) और डू वीजमैन (Dou Weisman) को मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड (mRNA) के न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों के संबंध में किये गए खोजों के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया। इस खोज की वजह से कोरोनावायरस यानी सीओवीआईडी-19 के खिलाफ प्रभावी mRNA टीकों के विकास में मदद मिली है।</p><p><br /></p><p><b>भौतिक :</b></p><p>अमेरिकी वैज्ञानिक पियरे एगोस्टिनी (Pierre Agostini), जर्मनी के फेरेंक क्रूज़ (Ferenc Krausz) और स्वीडन की ऐनी एल'हुइलियर (L' Huillier) को प्रकाश के एटोसेकंड पल्स के अनूठे प्रयोगों के लिए प्रदान किया गया है। यह प्रयोग परमाणु और अणुओं में इलेक्ट्रॉनों की गति के संबंध में अत्याधुनिक उपकरण बनाने में मददगार होगा।</p><p><br /></p><p><b>साहित्य :</b></p><p>नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे (Jon Fosse) को साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है।</p><p><br /></p><p><b>रसायन :</b> </p><p>U.S.A के मौंगी जी. बावेंडी (Moungi G. Bawendi), लुईस ई. ब्रूस (Louis E. Brus) और एलेक्सी आई. एकिमोव (Alexei I. Ekimov) को क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए रसायन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। इन नैनोकणों का इलेक्ट्रॉनिक्स, उन्नत सर्जरी और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में व्यापक अनुप्रयोग है।</p><p><br /></p><p><b><span style="color: red;">Updating .....</span></b></p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-90022349665332232642023-10-02T09:25:00.005-07:002023-10-02T09:25:39.656-07:00बिहार जातिय जनगणना 2023<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgwbD0nvbBGhjmIsdMbNL8DnHg2jPh3czEl13Xnb7C6U8NPdQ0xDlFCKmKZIYmSmBjvb7shbuLysBRXfEx9I29zJ_1Iji8FXzdmaBpGnx8ZV_w9VEDWqAc8l-rvB67Z8oWamLJhyphenhyphenDdvq114heOW73DG12OG7xuzOIN0Fg6Eae9Ww6GgwYJRkd2R-QqESFXZ/s1024/IMG_20211204_020324.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="746" data-original-width="1024" height="466" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgwbD0nvbBGhjmIsdMbNL8DnHg2jPh3czEl13Xnb7C6U8NPdQ0xDlFCKmKZIYmSmBjvb7shbuLysBRXfEx9I29zJ_1Iji8FXzdmaBpGnx8ZV_w9VEDWqAc8l-rvB67Z8oWamLJhyphenhyphenDdvq114heOW73DG12OG7xuzOIN0Fg6Eae9Ww6GgwYJRkd2R-QqESFXZ/w640-h466/IMG_20211204_020324.jpg" width="640" /></a></div><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><br /></div><p>बिहार सरकार के विधानमंडल ने 18 फरवरी 2019 को राज्य में जाति आधारित जनगणना (सर्वे) कराने का प्रस्ताव पारित किया था। 2 जून 2022 को बिहार मंत्री परिषद ने जाति आधारित जनगणना कराने का फ़ैसला किया। इसे दो चरणों में किया गया। पहले चरण में 7 जनवरी 2023 से 31 जनवरी 2023 तक मकानों का नंबरीकरण किया गया और लिस्ट बनाई गई। इसके बाद दूसरे चरण में राज्य के सभी व्यक्तियों की जनगणना का काम 15 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया।</p><p>5 अगस्त 2023 को सारे आंकड़े बनाकर मोबाइल ऐप के जरिए उसे जमा किया गया। इस जाति आधारित गणना के अनुसार कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है।</p><p><br /></p><p><b>वर्ग के आधार पर राज्य में जनसंख्या </b></p><p></p><ol style="text-align: left;"><li>पिछड़ा वर्ग<span style="white-space: pre;"> </span>- 27.1286%</li><li>अत्यंत पिछड़ा वर्ग - 36.0148%</li><li>अनुसूचित जाति - 19.6518%</li><li>अनुसूचित जनजाति - 1.6824%</li><li>अनारक्षित - 15.5224%</li></ol><p></p><p><br /></p><p><b>जाति के आधार पर राज्य में जनसंख्या</b></p><p></p><ol style="text-align: left;"><li>यादव- 14. 2666 %</li><li>कुर्मी- 2.8785 %</li><li>कुशवाहा- 4.2120 %</li><li>ब्राह्मण- 3.6575 %</li><li>भूमिहार- 2.8683 %</li><li>राजपूत- 3.4505 %</li><li>मुसहर- 3.0872 %</li><li>मल्लाह- 2.6086 %</li><li>बनिया- 2.3155 %</li><li>कायस्थ- 0.60 %</li></ol><div><br /></div><p></p><div><b>धर्म के आधार पर जनसंख्या का आंकड़ा</b></div><div><div><ol style="text-align: left;"><li>हिन्दू<span style="white-space: pre;"> </span>- 81.99%</li><li>इस्लाम - 17.70%</li><li>ईसाई<span style="white-space: pre;"> </span> - 0.05%</li><li>सिख<span style="white-space: pre;"> </span>- 0.011%</li><li>बौद्ध - 0.0851%</li><li>जैन -<span style="white-space: pre;"> </span>0.0096%</li></ol></div></div><p></p><div><br /></div><p></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-62680677631177306012023-09-30T08:07:00.006-07:002023-09-30T08:07:57.295-07:00हमर राज राजनीतिक दल - Hamar Raaj Political Party<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgXXQXt45pqQ1bBkuqvPC6NizJWx12pqNcPMlfIm3I6OOHZCFKl26K5vaeaYRlgKl4JgF52JJFW7KZwbSOEj7XbHPeYDaKJ7S5BXRYWe7cPJbZuzUJAB7CDl1otC4e_LPXapxz3Xc3Qo3mf1acHkM0Pyf35MVbup9omKRyNLE2cR5ksb7lnkzMkbt7TLwZk/s656/Chhattisgarh-Map%20-%20Copy.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="454" data-original-width="656" height="442" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgXXQXt45pqQ1bBkuqvPC6NizJWx12pqNcPMlfIm3I6OOHZCFKl26K5vaeaYRlgKl4JgF52JJFW7KZwbSOEj7XbHPeYDaKJ7S5BXRYWe7cPJbZuzUJAB7CDl1otC4e_LPXapxz3Xc3Qo3mf1acHkM0Pyf35MVbup9omKRyNLE2cR5ksb7lnkzMkbt7TLwZk/w640-h442/Chhattisgarh-Map%20-%20Copy.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>हमर राज (Hamar Raaj, English : Our Rule) राजनीतिक दल छत्तीसगढ़ की एक स्थानीय राजनीतिक दल है। जिसकी स्थापना वर्ष 2023 में श्री अरविंद नेताम के द्वारा की गई है।</p><p>अरविंद नेताम पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। वे बस्तर में सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष भी है। उन्होंने 9 अगस्त, 2023 को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। आदिवासी समाज ने पार्टी का नाम 'हमर राज' पार्टी रखने का फैसला लेकर निवार्चन आयोग में पंजीयन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया, जिस पर 29 सितंबर, 2023 को आयोग की मुहर लगा दी।</p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-22670731696677727542023-09-29T05:57:00.004-07:002023-09-29T05:57:52.582-07:00वाईफाई (WIFI) 7 क्या है?<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgyRYsZeV6D9iGaqiIKClOOv2SSvQDYjbDvZocXWkjUwklWU8RJTtJfr4qOMWdMEWYHzKk8OTlDkFLkjQiKB35qhc5sAunmucl7LdVjrfpIVjNSfzV6rsejfrAvUYRO6udH2rXWIN8Eg08CSvhzkpPmhb5xusJ6WoNSaZYVTZyfPXBzR9hxYi4oQYYXYv9w/s800/IMG_20211227_201955%20(2).jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="519" data-original-width="800" height="416" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgyRYsZeV6D9iGaqiIKClOOv2SSvQDYjbDvZocXWkjUwklWU8RJTtJfr4qOMWdMEWYHzKk8OTlDkFLkjQiKB35qhc5sAunmucl7LdVjrfpIVjNSfzV6rsejfrAvUYRO6udH2rXWIN8Eg08CSvhzkpPmhb5xusJ6WoNSaZYVTZyfPXBzR9hxYi4oQYYXYv9w/w640-h416/IMG_20211227_201955%20(2).jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>वाईफाई (WI-FI) 7 आगामी वाईफाई मानक है, जिसे IEEE 802.11be एक्सट्रीमली हाई थ्रूपुट (EHT) के रूप में भी जाना जाता है। यह IEEE 802.11 (WI-FI 6) मानक का अगला संशोधन है। वर्तमान में राउटर कई वाईफाई बैंड- 2.4, 5 और 6GHz का समर्थन कर सकते हैं, लेकिन wi-fi क्लाइंट किसी एक wifi बैंड का उपयोग करके कनेक्ट होते हैं।त। परंतु, wi-fi 7 सभी बैंड (2.4 गीगाहर्ट्ज, 5 गीगाहर्ट्ज और 6 गीगाहर्ट्ज) पर काम करता है। WI-FI 7 कम्युनिकेशन की दुनिया मे अगला बड़ा कदम साबित होगा।</p><p><br /></p><p><b>WI-FI 6 VS WIFI 7</b></p><p>वाईफाई 6 को दुनिया में उपकरणों की बढ़ती संख्या के जवाब में बनाया गया था, WI-FI 7 का लक्ष्य अधिक दक्षता के साथ हर डिवाइस के लिए आश्चर्यजनक रूप से अधिक गति प्रदान करना है। </p><p>वाईफाई 7 में 320 मेगाहर्ट्ज अल्ट्रा-वाइड बैंडविड्थ, 4096-क्यूएएम, मल्टी-आरयू और मल्टी-लिंक ऑपरेशन पेश किया गया है, जो WI-FI 6 की तुलना में 4.8× तेज और WI-FI<b> </b> 5 की तुलना में 13× तेज गति प्रदान करता है। पहले से कहीं अधिक परिदृश्य अनलॉक करें।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-76003711486947083542023-09-28T21:42:00.001-07:002023-09-28T21:42:10.667-07:00क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) क्या होता है ? कम बजट में क्लाउड किचन कैसे शुरू करें<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjuOWMhL7v-iRdL5nVEtC10LabkHOgOmZm0LIoG82XdW1OTrUj8fMP45euB4XRwLFDcUrnWhJCMzE6TR7jK72mFnXtqMAh3aY4Cj2RvQRIkXGf867zU9UXb9lQSbYz4-7cFsLBvIW8qrIe8iB3G0yMeU-O_0nxLf6p9L_8Bbz_l3fUwCwT5rPXpFc9H4ASL/s640/web-3967926_640.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="371" data-original-width="640" height="372" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjuOWMhL7v-iRdL5nVEtC10LabkHOgOmZm0LIoG82XdW1OTrUj8fMP45euB4XRwLFDcUrnWhJCMzE6TR7jK72mFnXtqMAh3aY4Cj2RvQRIkXGf867zU9UXb9lQSbYz4-7cFsLBvIW8qrIe8iB3G0yMeU-O_0nxLf6p9L_8Bbz_l3fUwCwT5rPXpFc9H4ASL/w640-h372/web-3967926_640.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>वर्तमान समय में क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) एक उभरता व्यवसाय है। इसे ghost kitchen या virtual kitchen भी कहा जाता है। क्लाउड किचन का उपयोग केवल डिलीवरी या टेकआउट के लिए भोजन तैयार करने के उद्देश्य से किया जाता है, जिसमें कोई भी ग्राहक शामिल नहीं होता है। क्लाउड किचन के माध्यम से मौजूदा रेस्तरां कर सकते है या न्यूनतम लागत पर एक नया वर्चुअल ब्रांड शुरू किया जा सकता है। यदि आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो घर से ही कोई नया काम सुरु करना चाहता है तप क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) एक अच्छा चुनाव हो सकता है।</p><p><br /></p><p><b>कम बजट में क्लाउड किचन कैसे शुरू करें ?</b></p><p>जैसा कि हमने कहा कि एक क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) को घर से ही सुरु किया जा सकता है। परंतु आप कर घर के रसोईघर में आधारभूत सुविधाएं होनी चाहिए। यदि नहीं है तो आप का बजट बढ़ सकता है। इसके अलावा यदि आप घर के सदस्यों के साथ अपना क्लाउड किचन (Cloud Kitchen) सुरु करना चाहते है तो यह एक अच्छी योजना होगी।</p><p>आधारभूत सुविधाओं के अलावा FSSI लाइसेंस, GST पंजीकरण, नगर निगम स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस, अग्नि लाइसेंस, आदि आप के पास होने चाहिए। इसके आप आप FOOD DELIVERY प्लेटफॉर्म में अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है। यदि आप अपना क्लाउड किचन का कामकाज सुचारू रूप से करना चाहते है तो ऑर्डर की ट्रैकिंग और विस्तृत रिपोर्टिंग आवश्यक है।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-5566201707300846902023-09-28T05:47:00.003-07:002023-09-28T05:47:21.836-07:00विश्व का 8वां महाद्वीप जीलैंडिया (Zealandia)<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi0E31lr04Tg7vAdO5pnFj31wg06M3Zn_QPZVyq3ojeNWlrRxmZuGwU6jK4nTPJltXJnfHGruUH2G_aaYcsQ7d0cFrIeFxsMpKOqQKyXwjeTue1Y9NuVIyTMmU5sdEYPTKc7DMxanSNP27g5N3x7_omx_3zLnUK-Xedp7d8boSkV8Q8yjvgUgPlrHKm5eX9/s1024/IMG_20210413_202843.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="631" data-original-width="1024" height="394" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi0E31lr04Tg7vAdO5pnFj31wg06M3Zn_QPZVyq3ojeNWlrRxmZuGwU6jK4nTPJltXJnfHGruUH2G_aaYcsQ7d0cFrIeFxsMpKOqQKyXwjeTue1Y9NuVIyTMmU5sdEYPTKc7DMxanSNP27g5N3x7_omx_3zLnUK-Xedp7d8boSkV8Q8yjvgUgPlrHKm5eX9/w640-h394/IMG_20210413_202843.jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>जीलैंडिया (Zealandia) विश्व का आठवां महाद्वीप है ऐसा वैज्ञानिकों का मत है। इसे Te Riu-a-Māui या Tasmantis नाम से भी जाना जाता है। इस महाद्वीप का क्षेत्रफल 49 लाख वर्ग किलोमीटर है, परंतु इस महाद्वीप का लगभग 94% भूभाग दक्षिण प्रशांत महासागर में डूबा हुआ है। इस महाद्वीप के लिए ज़ीलैंडिया का नाम और अवधारणा 1995 में अमेरिकी वैज्ञानिक ब्रूस लुएन्डिक द्वारा प्रस्तावित की गई थी।</p><p><br /></p><table align="center" cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><tbody><tr><td style="text-align: center;"><a href="https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7f/Zealandia_topography.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" data-original-height="800" data-original-width="688" height="800" src="https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/7/7f/Zealandia_topography.jpg" width="688" /></a></td></tr><tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;">Source : Wikipedia</td></tr></tbody></table><p><br /></p><p><b>जनसंख्या :</b></p><p>2022 तक, जीलैंडिया की कुल जनसंख्या लगभग 5.4 मिलियन है। लगभग 1.7 मिलियन लोगों के साथ सबसे बड़ा शहर ऑकलैंड है; महाद्वीप की कुल जनसंख्या का लगभग एक-तिहाई।</p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-13833410307292684352023-09-27T21:41:00.002-07:002023-09-27T21:44:06.293-07:00भगत सिंह से संबंधित 10 तथ्य : facts related to Bhagat Singh <div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiZnA_pmEMGi9OTHh0yFFOBZC9km00NQ7-WPOmkBhK3L-YJrmUnEJORNuBNwqbyqC37-qkDWQG1BEXUjwCO6bggJ-5cQe7FnTXLyO_J47lEQFYMuSmpDLvhvJwXRjEHiqGRsVYQh-QS0tOU7XQtQpUFJrvIiz4zmWQcS9VXRcoqhJ8bDsz-ba1wVSXw0pqD/s827/IMG_20230928_095836%20(1).jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="598" data-original-width="827" height="462" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiZnA_pmEMGi9OTHh0yFFOBZC9km00NQ7-WPOmkBhK3L-YJrmUnEJORNuBNwqbyqC37-qkDWQG1BEXUjwCO6bggJ-5cQe7FnTXLyO_J47lEQFYMuSmpDLvhvJwXRjEHiqGRsVYQh-QS0tOU7XQtQpUFJrvIiz4zmWQcS9VXRcoqhJ8bDsz-ba1wVSXw0pqD/w640-h462/IMG_20230928_095836%20(1).jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>भगत सिंह का जीवन और कार्य न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में लोगों को न्याय और स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए प्रेरित करते हैं। भारतीय स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के बारे में शीर्ष 10 तथ्य हैं:</p><p><br /></p><p><b>1. प्रारंभिक जीवन : </b>भगत सिंह का जन्म एक देशभक्त सिख परिवार में 28 सितंबर, 1907 को बंगा, पंजाब, ब्रिटिश भारत (अब पाकिस्तान में) में हुआ था।</p><p><b>2. जलियांवाला बाग नरसंहार :</b> 1919 में जलियांवाला बाग नरसंहार से वे बहुत प्रभावित हुए, जिससे उनमें ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ने की इच्छा जागृत हुई। इस समय भगत सिंह की उम्र 12 वर्ष की थी।</p><p><b>3. संगठन : </b>भगत सिंह सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचएसआरए) और गदर पार्टी जैसे संगठन के मुख्य सदस्य थे।</p><p><b>4. असेंबली बमबारी :</b> 1929 में, भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दमनकारी कानूनों के विरोध में केंद्रीय विधान सभा में गैर-घातक धुआं बम फेंके। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन मुकदमे का इस्तेमाल अपने मकसद को बढ़ावा देने के लिए किया गया।</p><p><b>5.लाला लाजपत राय की मृत्यु : </b>भगत सिंह ने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान 29 नम्बर, 1928 को पुलिस की बर्बरता के कारण लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के उद्देश्य से भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु, ने लाला लाजपत राय के मृत्यु के लिए जिम्मेदार पुलिस प्रमुख को मारने का फैसला किया। हालाँकि, उन्होंने 17 दिसंबर 1927 को जेम्स स्कॉट के बजाय सहायक पुलिस अधीक्षक, जॉन सॉन्डर्स की हत्या कर दी।</p><p><b>6. सॉन्डर्स की हत्या : </b>स्कॉट के बजाय, जेम्स ए सॉन्डर्स को दिसंबर 1928 में भगत सिंह और उनके सहयोगियों ने गलती से गोली मार दी थी। भगत सिंह और उनके सहयोगियों ने भागने का कोई प्रयास नहीं किया और स्वेच्छा से गिरफ्तारी का सामना किया।</p><p><b>7. भूख हड़ताल :</b> जेल में रहते हुए, भगत सिंह ने राजनीतिक कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार के विरोध में और बेहतर स्थितियों के लिए कई भूख हड़तालें कीं।</p><p><b>8. कोर्ट केस : </b>भगत सिंह ने अपना केस स्वयं ही एक कानूनी सलाहकार की मदद से मिलकर लड़ा था।</p><p><b>9. फाँसी : </b>23 मार्च, 1931 को भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ लाहौर सेंट्रल जेल में फाँसी दे दी गई। फाँसी 24 मार्च, 1931 को निर्धारित की गई थी, परन्तु 11 घंटे पहले 23 मार्च की शाम को फांसी दे दी गई।</p><p><b>10. इंकलाब जिंदाबाद :</b> भगत सिंह का प्रसिद्ध नारा "इंकलाब जिंदाबाद" (क्रांति जिंदाबाद) भारतीयों की पीढ़ियों को न्याय और स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-51692590201987016402023-09-27T01:50:00.002-07:002023-09-27T01:50:25.626-07:00रक्शाहाड़ा जलप्रपात - कांकेर (छत्तीसगढ़ ) Rakshahada waterfall chhattisgarh<table align="center" cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><tbody><tr><td style="text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg9cyTxSkb_7mRbpH_Ggy6gckbFC6R8QzWh4mOFAhO9m27bMUUrX4EHaBgaCwxh3mY1zr7g_nAdnGjL7bEFiXbdyIVlCtGjVBNLSrPvoHONAxGWgWuYlan8CxsMJSrJg_ieN3CpEjvYlZPDkStnsT6P4RWc5gZ5mVFOBDhBvRqhiGb2LH0vAKpvTl1UwKgE/s960/12108152_1507259649588112_84165284764266635_n-min.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" data-original-height="720" data-original-width="960" height="480" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg9cyTxSkb_7mRbpH_Ggy6gckbFC6R8QzWh4mOFAhO9m27bMUUrX4EHaBgaCwxh3mY1zr7g_nAdnGjL7bEFiXbdyIVlCtGjVBNLSrPvoHONAxGWgWuYlan8CxsMJSrJg_ieN3CpEjvYlZPDkStnsT6P4RWc5gZ5mVFOBDhBvRqhiGb2LH0vAKpvTl1UwKgE/w640-h480/12108152_1507259649588112_84165284764266635_n-min.jpg" title="प्रतीकात्मक फ़ोटो" width="640" /></a></td></tr><tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;">प्रतीकात्मक फ़ोटो</td></tr></tbody></table><p><br /></p><p>रक्शाहाड़ा / राक्षहाड़ा छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में जिला मुख्यालय से 66 किमी दूर तरादुल के आगे घने जंगलों के बीच एक पहाड़ी है, जिसे लोग रक्शाहाड़ा पहाड़ी कहते हैं। यहां तक पहुंचने सिल्लीबहार के बाद जंगल पहाड़ होकर 5 किमी पैदल चलना पड़ता है। इन पहाड़ियों में एक मौसमी जलप्रपात स्थित है जिसे इस पहाड़ी के नाम पर ही रक्शाहाड़ा जलप्रपात कहते है। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 280 फीट है।</p><p><br /></p><p><b>मान्यता :</b></p><p>स्थानीय लोगो का मानना है कि यह पहाड़ी राक्षसों के हड्डियों से बना हुआ है जिस वजह से इस पहाड़ी को रक्शाहाड़ा कहा जाता है। स्थानीय छत्तीसगढ़ी भाषा में <b>रक्शा</b> का मतलब राक्षस और <b>हाड़ा</b> का मतलब हड्डी होता है।</p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-18411916490676546482023-09-24T22:18:00.001-07:002023-09-24T22:18:02.597-07:00आजाद भारत का पहला पहला दंगा - First Riot of Independent india<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgduMLCcm929x5ytESMHIcfQAvKPQoN5TOyvESLLLEby-rVPYln9dVFK4_GjD_6PnZODv9V4Myjcu9v-YTnlA6T5oujhoVceJjSX-rezY6Uzr3gi__-ntvuxcUbONq2HdZTon11FF3c0ZAmIl_rWgzYx5qK4269A33K68UkxVpV_S51rFdCpGfoL4RfOvj8/s700/IMG_20200121_092639_1579579042215.jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="500" data-original-width="700" height="458" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgduMLCcm929x5ytESMHIcfQAvKPQoN5TOyvESLLLEby-rVPYln9dVFK4_GjD_6PnZODv9V4Myjcu9v-YTnlA6T5oujhoVceJjSX-rezY6Uzr3gi__-ntvuxcUbONq2HdZTon11FF3c0ZAmIl_rWgzYx5qK4269A33K68UkxVpV_S51rFdCpGfoL4RfOvj8/w640-h458/IMG_20200121_092639_1579579042215.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>आजादी से पहले और आजाद भारत में दंगो का लंबा इतिहास रहा है। परंतु आजादी के बाद हुए दंगो को बारे ज्यादा बाते होती है। जैसे कि भागलपुर दंगे, 1984 दंगे, 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए गुजरात दंगे। परंतु क्या आप जानते है कि आजादी के बाद भारत में पहली बार दंगे कब और कहां हुए ? </p><p>आजाद भारत का पहला दंगा वर्तमान महाराष्ट्र में हुए थे। महात्मा गांधी की मृत्यु के बाद वर्ष 1948 के महाराष्ट्र ब्राह्मण विरोधी दंगे हुए थे। परंतु आजाद भारत के इतिहास से ये स्याह हिस्सा नजरअंदाज कर दिया गया। </p><p>नाथूराम गोडसे पुणे (आज के महाराष्ट्र) में जन्मे थे और हिन्दू धर्म के चितपावन ब्राह्मण जाति से ताल्लुक रखते थे। इसी को मोहरा बना कर तत्कालीन सत्तारूढ़ दल और कॉन्ग्रेस हाईकमान के इशारे पर पूरे राज्य में निवास करने वाले चितपावन ब्राह्मणों का क़त्ल किया गया। 31 जनवरी से लेकर 3 फरवरी तक पुणे में ब्राह्मणों के खिलाफ हिंसा का ज़बरदस्त नंगा नाच चला। देखते ही देखते हिंसा की यह चिंगारी जंगल की आग की तरह आग चितपावन ब्राह्मणों की बहुतायत वाले इलाको में फ़ैल गई। इनमें सांगली, कोल्हापुर, सातारा शामिल हैं जहाँ सैंकड़ों लोग मारे गए, हज़ारों घरों को आग के हवाले कर दिया गया, स्त्रियों के साथ बलात्कार हुए ।</p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-76160813148746321852023-09-22T05:50:00.005-07:002023-09-22T05:50:39.306-07:00Dividend या लाभांश क्या होता है ?<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiXdn1oNsFm8qM7CVRaIHwQFvVSXy-kMIA9q5dfpVTkI7NXnowOlFyNGZCcXom3QVB2B2gU__KHauI-B9LmynKywxTyOATlmY2Lb7SjRziKCXqy6ZuVSrMyZHnbcmbJ21nr0GUC-MIYulaXS38oFEd99KAVYX9-6HVZKNVj0r2HsUp9J15E5eHtVC-64Q1P/s1024/IMG_20230127_093400.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="731" data-original-width="1024" height="456" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiXdn1oNsFm8qM7CVRaIHwQFvVSXy-kMIA9q5dfpVTkI7NXnowOlFyNGZCcXom3QVB2B2gU__KHauI-B9LmynKywxTyOATlmY2Lb7SjRziKCXqy6ZuVSrMyZHnbcmbJ21nr0GUC-MIYulaXS38oFEd99KAVYX9-6HVZKNVj0r2HsUp9J15E5eHtVC-64Q1P/w640-h456/IMG_20230127_093400.jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>यदि आप शेयर मार्केट में रुचि रखते है तो आप ने कही न कही Dividend शब्द सुना होगा। जिसका अर्थ होता है लाभांश। और, यदि आप ने नही सुना है तो आप को इसके बारे में जरूर जानना चाहिए। </p><p><br /></p><p>Dividend या लाभांश किसी निगम ( Company) के द्वारा अपने शेयरधारकों के साथ वितरण करने वाले लाभ के अंश को कहते है। जब कोई निगम लाभ या अधिशेष कमाता है, तो वह शेयरधारकों को लाभ का एक हिस्सा देता है। वितरित नहीं की गई किसी भी राशि को व्यवसाय में पुनः निवेश करने के लिए लिया जाता है, जिसे प्रतिधारित आय Retained earnings कहा जाता है। स्टॉक कंपनी के लिए, लाभांश का भुगतान कोई खर्च नहीं है; बल्कि, यह शेयरधारकों के बीच कर-पश्चात लाभ का विभाजन है।</p><p><br /></p><p>चालू वर्ष का लाभ और साथ ही पिछले वर्षों की बरकरार कमाई वितरण के लिए उपलब्ध है; किसी निगम को आम तौर पर अपनी पूंजी से लाभांश का भुगतान करने से प्रतिबंधित किया जाता है। शेयरधारकों को वितरण नकद में हो सकता है, यदि निगम के पास लाभांश पुनर्निवेश योजना है, तो राशि का भुगतान आगे के शेयर जारी करके या शेयर पुनर्खरीद द्वारा किया जाता है। कभी-कभी ये वितरण परिसंपत्तियों का हो सकता है।</p><p><br /></p><p><b>क्या Dividend या लाभांश पर टैक्स देना होता है?</b> </p><p>यदि आप एक शेयरधारक है, और आप को लाभांश प्राप्त होता है तो यह आप की आय में गिनी जाएगी, और यह आयकर के अधीन हो सकता है। इस आय का कर उपचार क्षेत्राधिकारों के बीच काफी भिन्न होता है। निगम को उसके द्वारा भुगतान किए गए लाभांश के लिए कर कटौती नहीं मिलती है।</p><p><br /></p><p><b>Dividend या लाभांश कितना मिलता है ?</b></p><p>लाभांश को प्रति शेयर एक निश्चित राशि के रूप में आवंटित किया जाता है, शेयरधारकों को उनकी शेयरधारिता के अनुपात में लाभांश प्राप्त होता है। इसकी कोई निश्चित राशि नही होती है। लाभांश शेयरधारकों को अस्थायी रूप से स्थिर आय प्रदान करता है और शेयरधारकों के बीच मनोबल बढ़ाता है, जिससे वे उस कंपनी के शेयर को ज्यादा समय तक रखते है। लेकिन यह आय जारी रहने की गारंटी नहीं है। </p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-1299365252349612352023-09-21T16:49:00.000-07:002023-09-21T16:49:51.624-07:00नेटवर्किंग डिवाइस क्या है ? Network Devices in Hindi <div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgyaOgRffm58Z3DIquWnoWeABah7sM8n_j_Auun97n5gTUfbbYyEtkRrjNCkb9MqPdht34Kc07SQrcewLO_972Ghze6EMIQmhWg6tKeFybwdRtCxlRBu6ug8-gaE9AJS6OKC2iVlh23T64gocz8395U9dX3RAnuPA_i3eETk8K_sN_dkgPUEb7g4X3yaw/s800/IMG_20211227_201955%20(2).jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="519" data-original-width="800" height="416" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgyaOgRffm58Z3DIquWnoWeABah7sM8n_j_Auun97n5gTUfbbYyEtkRrjNCkb9MqPdht34Kc07SQrcewLO_972Ghze6EMIQmhWg6tKeFybwdRtCxlRBu6ug8-gaE9AJS6OKC2iVlh23T64gocz8395U9dX3RAnuPA_i3eETk8K_sN_dkgPUEb7g4X3yaw/w640-h416/IMG_20211227_201955%20(2).jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>नेटवर्किंग डिवाइस ( Networking Device ) हार्डवेयर डिवाइस होते है जो कंप्यूटर, प्रिंटर, फैक्स मशीन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नेटवर्क के माध्यम से आपस में जोड़ने के लिए उपयोग में लाये जाते है। इनके बिना डेटा का लेनदेन संभव नहीं है।</p><p><br /></p><p><b>प्रमुख नेटवर्किंग डिवाइस :</b></p><p>1<b>. रिपीटर (Repeater) -</b> एक रिपीटर भौतिक परत (Physical Layer - Layer 1) पर कार्य करता है। इसका काम सिग्नल के बहुत कमजोर या दूषित होने से पहले उसी नेटवर्क पर सिग्नल को पुन: उत्पन्न करना (Regenerate the signal) है ताकि उस लंबाई को बढ़ाया जा सके जिससे सिग्नल को उसी नेटवर्क पर प्रसारित किया जा सके। </p><p><br /></p><p>2. <b>हब (Hub) - </b>यह भौतिक परत (Physical Layer - Layer 1) पर कार्य करता है।<b> </b>हब विभिन्न शाखाओं से आने वाले कई तारों को जोड़ता है, इसका इस्तेमाल स्टार टोपोलॉजी में विभिन्न स्टेशनों को जोड़ने में किया जाता है। हब डेटा को फ़िल्टर नहीं कर सकते, इसलिए डेटा पैकेट सभी कनेक्टेड डिवाइस (Broadcasts) पर भेजे जाते हैं। </p><p><b>हब के प्रकार</b></p><p><b>एक्टिव हब - </b>ये ऐसे हब होते हैं जिनकी अपनी बिजली की आपूर्ति होती है और ये नेटवर्क के साथ सिग्नल को साफ, बूस्ट और रिले कर सकते हैं। यह एक पुनरावर्तक के साथ-साथ एक वायरिंग केंद्र दोनों के रूप में कार्य करता है। इनका उपयोग नोड्स के बीच अधिकतम दूरी बढ़ाने के लिए किया जाता है।</p><p><b>पैसिव हब - </b>ये वे हब हैं जो नोड्स से वायरिंग और एक्टिव हब से बिजली की आपूर्ति एकत्र करते हैं। ये हब बिना सफाई और बूस्ट किए नेटवर्क पर सिग्नल रिले करते हैं और नोड्स के बीच की दूरी को बढ़ाने के लिए इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।</p><p><b>इंटेलिजेंट हब - </b>यह सक्रिय हब की तरह काम करता है और इसमें दूरस्थ प्रबंधन क्षमताएं शामिल हैं। वे नेटवर्क उपकरणों को लचीली डेटा दरें भी प्रदान करते हैं। यह एक व्यवस्थापक को हब से गुजरने वाले ट्रैफ़िक की निगरानी करने और हब में प्रत्येक पोर्ट को कॉन्फ़िगर करने में सक्षम बनाता है।</p><p><br /></p><p><b>3. ब्रिज (Bridge) - </b>यह Layer 2 (Data Link Layer) पर काम करता है।<b> </b>एक ब्रिज एक पुनरावर्तक है, जो स्रोत ( Source ) और गंतव्य (Destination) के मैक पते को पढ़कर सामग्री को फ़िल्टर करने की कार्यक्षमता को जोड़ता है। इसका उपयोग एक ही प्रोटोकॉल पर काम करने वाले दो LAN को आपस में जोड़ने के लिए भी किया जाता है। इसमें सिंगल इनपुट और सिंगल आउटपुट पोर्ट है, जिससे यह 2 पोर्ट डिवाइस बन जाता है।</p><p><br /></p><p><b>ब्रिज के प्रकार</b></p><p><b>ट्रांसपेरेंट ब्रिज:-</b> ये वे ब्रिज होते हैं जिनमें स्टेशन ब्रिज के अस्तित्व से पूरी तरह अनजान होते हैं यानी नेटवर्क से ब्रिज जोड़ा या हटाया जाता है या नहीं, स्टेशनों का पुनर्गठन अनावश्यक है। ये ब्रिज दो प्रक्रियाओं यानी ब्रिज फॉरवर्डिंग और ब्रिज लर्निंग का उपयोग करते हैं।</p><p><b>सोर्स रूटिंग ब्रिज:-</b> इन ब्रिज में रूटिंग ऑपरेशन सोर्स स्टेशन द्वारा किया जाता है और फ्रेम निर्दिष्ट करता है कि किस रूट का अनुसरण करना है। मेजबान डिस्कवरी फ्रेम नामक एक विशेष फ्रेम भेजकर फ्रेम की खोज कर सकता है, जो गंतव्य के लिए सभी संभावित पथों का उपयोग करके पूरे नेटवर्क में फैलता है।</p><p><br /></p><p><b>4. स्विच (Switch) -</b> एक स्विच एक बफर और एक डिज़ाइन के साथ एक मल्टीपोर्ट ब्रिज है जो इसकी दक्षता को बढ़ा सकता है (बड़ी संख्या में पोर्ट कम ट्रैफ़िक का संकेत देते हैं) और प्रदर्शन। स्विच एक डेटा लिंक लेयर डिवाइस है। स्विच डेटा को अग्रेषित करने से पहले त्रुटि जाँच कर सकता है, जो इसे बहुत कुशल बनाता है क्योंकि यह उन पैकेटों को अग्रेषित नहीं करता है जिनमें त्रुटियाँ हैं और अच्छे पैकेटों को चुनिंदा रूप से केवल सही पोर्ट पर अग्रेषित करता है। दूसरे शब्दों में, स्विच मेजबानों के टकराव डोमेन को विभाजित करता है, लेकिन प्रसारण डोमेन वही रहता है।</p><p> </p><p><b>5. राउटर (Router) -</b> राउटर एक स्विच की तरह एक उपकरण है जो डेटा पैकेट को उनके आईपी पते के आधार पर रूट करता है। राउटर मुख्य रूप से एक नेटवर्क लेयर डिवाइस है। राउटर सामान्य रूप से LAN और WAN को एक साथ जोड़ते हैं और एक गतिशील रूप से अद्यतन करने वाली रूटिंग तालिका होती है जिसके आधार पर वे डेटा पैकेट को रूट करने पर निर्णय लेते हैं। </p><p><b>6. गेटवे (Gateway) -</b> गेटवे, जैसा कि नाम से पता चलता है, दो नेटवर्क को एक साथ जोड़ने का एक मार्ग है जो विभिन्न नेटवर्किंग मॉडल पर काम कर सकता है। इसे प्रोटोकॉल कनवर्टर भी कहा जाता है।</p><p>यह मूल रूप से मैसेंजर एजेंट के रूप में काम करते हैं जो एक सिस्टम से डेटा लेते हैं, इसकी व्याख्या करते हैं और इसे दूसरे सिस्टम में ट्रांसफर करते हैं। गेटवे को प्रोटोकॉल कन्वर्टर्स भी कहा जाता है और यह किसी भी नेटवर्क लेयर पर काम कर सकता है। गेटवे आमतौर पर स्विच या राउटर की तुलना में अधिक जटिल होते हैं।</p><p><br /></p><p><b>7. ब्रौटर ( Brouter </b><b>) -</b> इसे ब्रिजिंग राउटर के रूप में भी जाना जाता है, यह एक ऐसा उपकरण है जो ब्रिज और राउटर दोनों की विशेषताओं को जोड़ता है। यह या तो डेटा लिंक लेयर या नेटवर्क लेयर पर काम कर सकता है। राउटर के रूप में काम करते हुए, यह पूरे नेटवर्क में पैकेट को रूट करने में सक्षम है, और ब्रिज के रूप में काम करते हुए, यह लोकल एरिया नेटवर्क ट्रैफिक को फ़िल्टर करने में सक्षम है।</p><p><br /></p><p><b>8. NIC (</b> <b>नेटवर्क इंटरफेस कार्ड ) - </b>यह लेयर 2 डिवाइस है जिसका अर्थ है कि यह नेटवर्क मॉडल के भौतिक और डेटा लिंक लेयर दोनों पर काम करता है।<b> </b>यह<b> </b>एक नेटवर्क एडाप्टर है जिसका उपयोग कंप्यूटर को नेटवर्क से जोड़ने और LAN स्थापित करने के लिए कंप्यूटर में लगाया जाता है। इसकी एक विशिष्ट आईडी होती है। केबल कंप्यूटर और राउटर या मॉडेम के बीच एक इंटरफेस के रूप में कार्य करता है। </p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-30423611730484220112023-09-19T21:06:00.003-07:002023-09-19T21:06:32.424-07:00वर्चुअल मेमोरी क्या होता है ? Virtual Memory<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiTEavfRbSnLfWmmDZ71WJ2OWhZOHo2MpaP4uzIIfab7BULLovRZOTlBss3wiKwOWH4gjMq0Rz8VQzqMQ9X6KG2g3GUj1tsWV52KCyW-t0kfE1z29RdNKGI60iu6BEZGN0glJmXOjbnrT6cSXauHNvFmLqopvSYFSiga3vhIig7BDDXsTHbXiEpcVGtDUal/s648/pexels-valentine-tanasovich-2588757%20(2).jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="432" data-original-width="648" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiTEavfRbSnLfWmmDZ71WJ2OWhZOHo2MpaP4uzIIfab7BULLovRZOTlBss3wiKwOWH4gjMq0Rz8VQzqMQ9X6KG2g3GUj1tsWV52KCyW-t0kfE1z29RdNKGI60iu6BEZGN0glJmXOjbnrT6cSXauHNvFmLqopvSYFSiga3vhIig7BDDXsTHbXiEpcVGtDUal/w640-h426/pexels-valentine-tanasovich-2588757%20(2).jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>वर्चुअल मेमोरी कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) में उपयोग की जाने वाली एक सामान्य तकनीक है। इस मेमोरी प्रबंधन तकनीक में सेकेंडरी मेमोरी का उपयोग इस तरह किया जा सकता है जैसे कि यह मुख्य मेमोरी का एक हिस्सा हो। </p><p>वर्चुअल मेमोरी कंप्यूटर को भौतिक मेमोरी की कमी की भरपाई करने में सक्षम बनाने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों का उपयोग करती है, अस्थायी रूप से रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) से डेटा को डिस्क स्टोरेज में स्थानांतरित करती है।</p><p>वर्चुअल मेमोरी का उपयोग सिस्टम प्रदर्शन में सुधार, मल्टीटास्किंग और बड़े प्रोग्राम का उपयोग करने के लिए किया जाता है।</p><p><br /></p><p><b>वर्चुअल मेमोरी कैसे काम करता है ?</b></p><p>वर्चुअल मेमोरी को संचालित करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों का उपयोग करती है। जब कोई एप्लिकेशन उपयोग में होता है, तो उस प्रोग्राम का डेटा RAM का उपयोग करके एक भौतिक पते पर संग्रहीत किया जाता है। एक मेमोरी प्रबंधन इकाई (MMU) पते को रैम में मैप करती है और स्वचालित रूप से पते का अनुवाद करती है। उदाहरण के लिए, एमएमयू एक तार्किक पता स्थान को संबंधित भौतिक पते पर मैप कर सकता है।</p><p></p><p>वर्चुअल मेमोरी को भौतिक मेमोरी में कॉपी करते समय, OS मेमोरी को निश्चित संख्या में पतों के साथ पेजफाइल्स या स्वैप फाइलों में विभाजित करता है। प्रत्येक पृष्ठ एक डिस्क पर संग्रहीत होता है, और जब पृष्ठ की आवश्यकता होती है, तो ओएस इसे डिस्क से मुख्य मेमोरी में कॉपी करता है और वर्चुअल पते को वास्तविक पते में अनुवादित करता है।</p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-34495674087488458912023-09-19T09:39:00.005-07:002023-09-19T09:39:42.360-07:00 विश्व अर्थव्यवस्था रैंकिंग 2023 पूर्ण सूची World Economy Ranking 2023:<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg7r8cO43rpJkLBukPjU4Tf2esVIi1wjrBzsP91GzQ8YDC9Ncz5689XbYYkQQ6O3tBr2gswWRZsCW6A1u-U9C3B40zU8UMbIXSAYlYzL82fHFDiloa9a9w6msqkk6AM_xfGqyXMpK33M3PkqyxA3zWvSeOW-ot2d9PsV2F5_v-WwnReTQynZnOTurFOeWc5/s328/%E0%A4%9B%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%97%E0%A5%9D%20%E0%A4%85%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="154" data-original-width="328" height="300" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg7r8cO43rpJkLBukPjU4Tf2esVIi1wjrBzsP91GzQ8YDC9Ncz5689XbYYkQQ6O3tBr2gswWRZsCW6A1u-U9C3B40zU8UMbIXSAYlYzL82fHFDiloa9a9w6msqkk6AM_xfGqyXMpK33M3PkqyxA3zWvSeOW-ot2d9PsV2F5_v-WwnReTQynZnOTurFOeWc5/w640-h300/%E0%A4%9B%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%97%E0%A5%9D%20%E0%A4%85%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE.jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने विश्व अर्थव्यवस्था रैंकिंग 2023 जारी की है, जिसके अनुसार दुनिया की जीडीपी 2022 में 103.86 ट्रिलियन से बढ़कर 2023 में 112.6 ट्रिलियन हो गई। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) इस आंकड़े को निर्धारित करने के लिए पिछले वर्ष की वैश्विक अर्थव्यवस्था से जीडीपी का उपयोग करता है।</p><p><br /></p><p><b>World Economy Ranking 2023, Top 10 :</b></p><p></p><ol style="text-align: left;"><li>America, US$ 25.035 trillion</li><li>China, US$ 18.321 trillion</li><li>Japan, US$ 4.301 trillion</li><li>Germany, US$ 4.031 trillion</li><li>India, US$ 3.469 trillion</li><li>UK, US$ 3.199 trillion</li><li>France, US$ 2.778 trillion</li><li>Canada, US$ 2.2 trillion</li><li>Russia, US$ 2.113 trillion</li><li>Italy, US $ 1.99 trillion</li></ol><p></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-80955069074522522792023-09-19T07:37:00.007-07:002023-09-22T10:51:13.137-07:00 नारी शक्ति वंदन अधिनियम : 128 वां संशोधन बिल - constitutional amendments bill<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEicbdDZRuK2fpLYyVNJtXt-o-vdQAb7voOElLd7TjOZSKa2N-INLBGRJnn22j396w0YCIAwEwfxUCR3p8RDUvgSZWBm4zN7pUUmYvFbgeg9j4WxWepfVLCzZjk0kXNQ-Jy8HfBXIowu2Lsvyx_mBGi6y2COZED3w6fYtFB4vCbsUFpuO78oVIjEXTVLRKDP/s1024/IMG_20220806_192135%20(4).jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="766" data-original-width="1024" height="299" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEicbdDZRuK2fpLYyVNJtXt-o-vdQAb7voOElLd7TjOZSKa2N-INLBGRJnn22j396w0YCIAwEwfxUCR3p8RDUvgSZWBm4zN7pUUmYvFbgeg9j4WxWepfVLCzZjk0kXNQ-Jy8HfBXIowu2Lsvyx_mBGi6y2COZED3w6fYtFB4vCbsUFpuO78oVIjEXTVLRKDP/w400-h299/IMG_20220806_192135%20(4).jpg" width="400" /></a></div><p>महिलाओं के लिए संसद में 33% आरक्षण व्यवस्था लागू करने के लिए 19 सितंबर, 2023 को लोकसभा में 128 वां संविधान संशोधन बिल रखा गया। 20 सितंबर को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पारित किया गया और 21 सितंबर को राज्यसभा से पारित हुआ।</p><p>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस बिल को नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम दिया गया। वर्तमान लोकसभा में कुल सदस्य संख्या 543 है। इस वक्त महिला सांसदों की संख्या 82 है। विधेयक पास होने के बाद लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या बढ़कर 181 हो जाएगी।</p><p>अनुच्छेद- 239क क के अंतर्गत राजधानी दिल्ली की विधानसभा में भी महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाएगा।</p><p>330क. (1) लोक सभा में एवं 332क. (1) के तहत प्रत्येक राज्य की विधान सभा में महिलाओं के लिए स्थान आरक्षित किए जाएंगे ।</p><p><br /></p><p><b>बिल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी :</b></p><p><br /></p><p><b>क्या आरक्षण व्यवस्था हमेशा के लिए रहेगी?</b></p><p>इस बिल में महिला आरक्षण को 15 वर्षो (आमतौर पर तीन चुनाव) के लिए लागू किया गया। इसके बाद संसद चाहे तो महिला आरक्षण को आगे बढ़ा सकती है। </p><p><br /></p><p><b>क्या OBC वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण है या नहीं?</b></p><p>इस बिल में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है। हालाकि, वर्ष 1996 से जब जब महिला आरक्षण बिल आए तब तब यह मुद्दा उठा है। </p><p><br /></p><p><b>क्या SC/ST वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण है या नहीं?</b></p><p>इस बिल में अनुच्छेद 330 के खंड (2) के अधीन आरक्षित स्थानों में से एक-तिहाई स्थान अनुसूचित जातियों या अनुसूचित जनजातियों की महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान है।</p><p><br /></p><p><b>नारी शक्ति वंदन अधिनियम कब से लागू होगा ?</b></p><p>विधानसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण परिसीमन अभ्यास के बाद लागू होगा, जो 2026 के बाद होने वाली पहली जनगणना के बाद आयोजित किया जा सकता है।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-86718721960436451902023-09-08T07:51:00.003-07:002023-09-08T07:51:21.881-07:00प्लेटलेट संबंधित सामान्य जानकारी Platelets<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj1i87ICjPlduDJxdcPE5Wc70JhMiI_MFH96zFvJDt9nAhV8qU9vuFPAhw_AzJz_siLE963UHKlHHz5D8jtMRpr6NVbh17DP96-drBRt3OXGduyhNYs2nroX1NsDr-TPTZm7FRn_z8fngjdAAgclsp3Ywg7VVgxTx_QkySJb-8dR4rPJIoU4a53V5pegGO9/s563/pexels-photo-4386466%20(4).jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="375" data-original-width="563" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj1i87ICjPlduDJxdcPE5Wc70JhMiI_MFH96zFvJDt9nAhV8qU9vuFPAhw_AzJz_siLE963UHKlHHz5D8jtMRpr6NVbh17DP96-drBRt3OXGduyhNYs2nroX1NsDr-TPTZm7FRn_z8fngjdAAgclsp3Ywg7VVgxTx_QkySJb-8dR4rPJIoU4a53V5pegGO9/w640-h426/pexels-photo-4386466%20(4).jpg" width="640" /></a></div><p>प्लेटलेट्स (Platelets or Thrombocytes) हमारे शरीर की ऐसी रक्त कोशिकाएं होती हैं जो ब्लड को बहने से रोकती है। शरीर में चोंट लगने पर पर प्लेटलेट्स की मदद से ब्लड को रोका जाता है। रक्तस्राव को रोकने के लिए यह क्षतिग्रस्त रक्त वाहिका की सतह पर फैल जाता है, इस प्रक्रिया को आसंजन (adhesion) कहा जाता है। </p><p><br /></p><p><b>शरीर में प्लेटलेट्स का निर्माण कहाँ होता है?</b></p><p>लाल रक्त और सफेद रक्त कोशिकाओं के साथ प्लेटलेट्स का भी निर्माण अस्थि मज्जा में स्टेम कोशिकाओं में होती है।</p><p><br /></p><p><b>प्लेटलेट्स क्यों घटता है ?</b></p><p>शरीर में प्लेटलेट संख्या घटने के कई कारण हो सकते है। प्लेटलेट्स घटने की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (thrombocytopenia) कहा जाता है। रक्त में सामान्यतः प्लेटलेट की गिनती 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर होती है। परंतु, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके रक्त में प्लेटलेट संख्या कम हो जाता है। </p><p>थ्रोम्बोसाइटोपेनिया अस्थि मज्जा विकार जैसे ल्यूकेमिया या प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या के परिणामस्वरूप हो सकता है। या यह कुछ दवाएँ लेने का दुष्प्रभाव हो सकता है। यह बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित करता है।</p><p><br /></p><p><b>निम्न बीमारियों के कारण जिसमें शरीर में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है :</b></p><p></p><ul style="text-align: left;"><li>डेंगू (Dengue)</li><li>एनीमिया (Anemia)</li><li>हेपेटाइटिस सी वायरस (Hepatitis C Viral)</li><li>कैंसर के कारण (Cancer)</li><li>हीमोलाइटिक यूरीमिक सिंड्रोम (Hemolytic uremic syndrome)</li><li>इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Immune thrombocytopenia)</li></ul><p></p><div><b><br /></b></div><div><b>प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल, सब्जी एवं आहार:</b></div><div><ul style="text-align: left;"><li>धानिया</li><li>पपीता</li><li>अमरूद</li><li>अनार</li><li>संतरा</li><li>ब्रोकोली</li><li>तिल</li><li>सब्जियां</li></ul></div><p></p><div><br /></div><p></p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-24716842665790277732023-09-07T07:32:00.006-07:002023-09-07T07:32:40.383-07:00Enclave या विदेशी अंतः क्षेत्र क्या होता है ?<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiLKP0H_Lz4NaaKxf2UjLhUvA6LpOegg2-ivTql9_zAvr0YnAMhe0IfWyHCIjQ50lyq6ZbfNofkYWuIUq61yjphM_NOzv83x1wWS7Lf__bok6OceZGpnwtUpR4ZPQQXIymsw9WoLjOE_NM2xivbSAlEyTZ3feuT5lrXt2B72PHGr6ypUPSE5NO5SKGlEZSA/s1024/IMG_20210413_202843.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="631" data-original-width="1024" height="394" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiLKP0H_Lz4NaaKxf2UjLhUvA6LpOegg2-ivTql9_zAvr0YnAMhe0IfWyHCIjQ50lyq6ZbfNofkYWuIUq61yjphM_NOzv83x1wWS7Lf__bok6OceZGpnwtUpR4ZPQQXIymsw9WoLjOE_NM2xivbSAlEyTZ3feuT5lrXt2B72PHGr6ypUPSE5NO5SKGlEZSA/w640-h394/IMG_20210413_202843.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>किसी देश का वह भाग जो किसी दूसरे देश से घिरा हो, या ऐसे लोगों का समूह जो आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों से भिन्न हों उसे <b>Enclave (एन्क्लेव)</b> कहा जाता है। यह एक फ्रेंच शब्द है इसकी व्युत्पत्ति 15 वीं शताब्दी में बोलचाल की लैटिन इनक्लेवर से हुई। राजनयिक दस्तावेज़ एन्क्लेव शब्द का पहला इस्तेमाल वर्ष 1526 के मैड्रिड की संधि में हुई। उदाहरण के लिए, वेटिकन सिटी और सैन मैरिनो, दोनों इटली द्वारा एन्क्लेव्ड हैं, और लेसोथो, दक्षिण अफ्रीका द्वारा एन्क्लेव्ड एक संप्रभु राज्य हैं। </p><p>एक <b>Exclave (एक्सक्लेव) </b>एक राज्य या जिले का एक हिस्सा है जो भौगोलिक रूप से आसपास के विदेशी क्षेत्र के द्वारा मुख्य भाग से अलग किया गया है। कई एक्सक्लेव भी एन्क्लेव हैं, लेकिन सभी नहीं: एक एक्सक्लेव एक से अधिक राज्यों के क्षेत्र से घिरा हो सकता है। Azerbaijan का एक एक्सक्लेव Nakhchivan है। इसे एन्क्लेव नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि यह अर्मेनिया, तुर्की और ईरान की सीमाएँ हैं।</p><p><br /></p><p>ये भारत-बांग्लादेश सीमा को दुनिया की सबसे जटिल सीमा बनाती है। वर्ष 2015 तक, भारत और बांग्लादेश 200 से अधिक छोटे परिक्षेत्र (Enclave) साझा करते थे।</p><p><br /></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-21110438539212888742023-09-07T00:23:00.007-07:002023-09-07T00:23:56.725-07:00हुसैनी ब्राह्मण कौन है? Who are hussaini brahmins?<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjhR-IEMqG-g8rNHdSo5FRJWsdMaZbMSPAyW61YQAUCBxgnnhaWmuhiKTnidSSIUploHjeG2eBse8NrKKAxIHytIQAHqoMxBbJelDR6TOqynZRnBvE-kTOEuT518NqQo6gN5BxMf0QsxsnDpXuVq3Vx0BRD9eRPoCe9xj39vcsJMHZGV245b9McMl9Lz2BJ/s971/IMG_20210410_151942.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="595" data-original-width="971" height="392" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjhR-IEMqG-g8rNHdSo5FRJWsdMaZbMSPAyW61YQAUCBxgnnhaWmuhiKTnidSSIUploHjeG2eBse8NrKKAxIHytIQAHqoMxBbJelDR6TOqynZRnBvE-kTOEuT518NqQo6gN5BxMf0QsxsnDpXuVq3Vx0BRD9eRPoCe9xj39vcsJMHZGV245b9McMl9Lz2BJ/w640-h392/IMG_20210410_151942.jpg" width="640" /></a></div><p>हुसैनी ब्राह्मण पंजाब-क्षेत्र का मोहयाल ब्राह्मण समुदाय है, जो सारस्वत ब्राम्हण के उप-कुल में आते है। मोयाल समुदाय के अंतर्गत बाली, भीमवाल, छिब्बर, दत्त, लाउ, मोहन और वैद नाम के सात उप-कुल शामिल हैं। मोहयाल ब्राह्मण पारंपरिक रूप से पुजारी नहीं थे क्योंकि उन्होंने अपने पुरोहिती कर्तव्यों को त्याग दिया था। वे योद्धा, आध्यात्मिक चिकित्सक और हिंदू धर्म के विभिन्न संप्रदायों के प्रचारक के रूप में कार्य करते थे।</p><p><br /></p><p><b>इतिहास :</b></p><p>मोहयाल समुदाय के मौखिक इतिहास के अनुसार, दत्त कबीले के एक मोहयाल ब्राह्मण राहब दत्त ने कर्बला की लड़ाई (680 सी.ई.) में इमाम अल-हुसैन की ओर से लड़ाई लड़ी थी, विशेष रूप से कुफा के हमले में अपने सात बेटों का बलिदान दिया था। बाद में ये भारत आ गए। ये समुदाय हिंदू परंपरा का पालन करते है इसके बावजूद मोहाल समुदाय का एक छोटा सा उप-समूह इस्लाम के प्रति, विशेष रूप से तीसरे इमाम हुसैन के प्रति, श्रद्धा प्रकट करने लगा है। बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर जिले में भूमिहार ब्राह्मणों का एक संप्रदाय भी हुसैनी ब्राह्मणों से वंश का दावा करता है और हर साल मुहर्रम में भाग लेता है।</p><p><br /></p><p><b>सिख पंत में योगदान :</b></p><p>भाई मति दास और भाई सती दास मोयाल ब्राम्हण थे जिन्होंने इस्लामिक जिहाद से हिंदू धर्म की रक्षा के लिए नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर के साथ अपना बलिदान दिया था।</p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-24115673762376707822023-09-06T21:34:00.002-07:002023-09-06T21:34:53.861-07:00UCC - Uniform Civil Code समान नागरिक संहिता क्या है ? (Kya hai ?) <p></p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi6xRIZuWW4mi1jNH0x_cZCJqyYNSWnJff0SPcNaPA0V9y8-v19FrEgAVGCmre-dVoWZeYA1e5068BHpGaOMtAR-VIDeVPzZUSdqwaJoLDblNGqZw6qCYDzc8QPdDT9eBGXizNbV4nAWyJLFy56eExlV5ivXiMm2G7cTr2IvZxnZiapQnCDrbFr7RqLupw_/s1024/IMG_20220806_192135%20(4).jpg" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="766" data-original-width="1024" height="478" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi6xRIZuWW4mi1jNH0x_cZCJqyYNSWnJff0SPcNaPA0V9y8-v19FrEgAVGCmre-dVoWZeYA1e5068BHpGaOMtAR-VIDeVPzZUSdqwaJoLDblNGqZw6qCYDzc8QPdDT9eBGXizNbV4nAWyJLFy56eExlV5ivXiMm2G7cTr2IvZxnZiapQnCDrbFr7RqLupw_/w640-h478/IMG_20220806_192135%20(4).jpg" width="640" /></a></div><br /><b><br /></b><p></p><p><b>समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) क्या है ? समान नागरिक संहिता (UCC) आवश्यकता क्यों है ? और संविधान UCC के विषय पर क्या कहता है ? ऐसे ही सवालों के जवाब इस आर्टिकल में जानेंगे।</b></p><p><br /></p><p>भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का उल्लेख है। यह संविधान में राज्य के नीति निर्देशक तत्व का हिस्सा है जिसे न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकती, मतलब इसे न्यायालय के द्वारा लागू नहीं कराया जा सकता। इसे लागू करना संसद की जिम्मेदारी है।</p><p>समान नागरिक संहिता (UCC) के जरिये सभी धर्मों, समुदायों के लिए एक सामान, एक बराबर कानून बनाने की वकालत की गई है। आसान भाषा में कहें तो इस कानून का मतलब है कि देश में सभी धर्मों, समुदाओं के लिए कानून एक समान होगा। </p><p><br /></p><p><b>UCC गोवा में लागू है।</b></p><p>भारत में गोवा पहला और एकमात्र ऐसा राज्य है जहां UCC लागू है। आप को बता दें कि संविधान में गोवा को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है, इसे गोवा सिविल कोड ( Formally Portuguese Civil Code of 1867) के नाम से भी जाना जाता है। गोवा में सभी धर्म और जातियों के लिए एक ही फैमिली लॉ है। इस कानून के तहत गोवा में कोई मुस्लिम ट्रिपल तलाक नहीं दे सकता है। शादी के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। संपत्ति पर पति-पत्नी का समान अधिकार है, इसके अलावा पैरेंट्स को कम से कम आधी संपत्ति का मालिक अपने बच्चों को बनाना होगा, जिसमें बेटियां भी शामिल हैं. गोवा में मुस्लिमों को 4 शादियां (बहुविवाह) करने का अधिकार नहीं है, जबकि कुछ शर्तों के साथ हिंदुओं को दो शादी करने की छूट दी गई है।</p><p><br /></p><p><b>सम्पूर्ण भारत में लागू करने का प्रयास :</b></p><p>देश में समान नागरिक संहिता को लागू करने को लेकर पहले भी राय मांगी जा चुकी है. साल 2016 में विधि आयोग ने UCC को लेकर लोगों से राय मांगी थी. इसके बाद आयोग ने 2018 में अपनी रिपोर्ट तैयार की गई थी। लॉ कमीशन ने 14 जून से 14 जुलाई 2023 के बीच UCC पर सार्वजनिक रूप से लोगों और संगठनों के सुझाव मांगे थे। आयोग का मानना है कि यह मुद्दा देश के हर नागरिक से जुड़ा है, ऐसे में कोई फैसला लेने से पहले उनकी राय जानना जरूरी है।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-45135020843574514862023-09-06T07:34:00.003-07:002023-09-06T07:34:22.159-07:00What is Spinning Jenny ? क्यों महिलाओं ने स्पिनिंग जेनी का विरोध किया था ?<p> </p><div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjcG0yquStSRz4IB6sVX-QMMzuVQAC7YP24VB2XS3DBGm-pbSSa6uWmdO-UrpiqIQSawesHGU9CS1-YiYxBILrQtHxAJ84rY-XHn7LH2TJ2yHBSXWibUQCoO7yDe0byEZsg0UGWVbGCoDNglJv23irQOrTm7X1e33Ns6KAJIGbKj8omo72V1TuhJU9Q1p-2/s702/Women%20empowerment%20.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="501" data-original-width="702" height="456" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjcG0yquStSRz4IB6sVX-QMMzuVQAC7YP24VB2XS3DBGm-pbSSa6uWmdO-UrpiqIQSawesHGU9CS1-YiYxBILrQtHxAJ84rY-XHn7LH2TJ2yHBSXWibUQCoO7yDe0byEZsg0UGWVbGCoDNglJv23irQOrTm7X1e33Ns6KAJIGbKj8omo72V1TuhJU9Q1p-2/w640-h456/Women%20empowerment%20.jpg" width="640" /></a></div><p>वर्ष 1767 में रेशम, कापड़, और अन्य रखड़ी यार्न बनाने के लिए जेम्स हरग्रीज़ ने एक यांत्रिक मशीन का अविष्कार किया था जिसे स्पिनिंग जेनी नाम दिया गया था। इसे वर्ष 1970 में पेटेंट (Patented) किया गया था।</p><p>स्पिनिंग जेनी ने कपास निर्माण की फ़ैक्टरी प्रणाली शुरू करने में मदद की। इस मशीन ने इंग्लैंड के टेक्सटाइल उद्योग को क्रांति दिलाई, क्योंकि यह श्रमिकों की मेहनत को कम कर दिया और यार्न की गुणवत्ता में सुधार किया जिससे टेक्सटाइल उधोगो में मजदूरों की मांग घट गई। </p><p><br /></p><p><b>महिलाओं ने स्पिनिंग जेनी का विरोध क्यों किया ?</b></p><p>टेक्सटाइल उधोगो में काम करने वाले ज्यादातर मजदूर महिलाएं थी। स्पिनिंग जेनी के आने के बाद एक मजदूर बहुत से मजदूरों का कार्य अकेले कर लेती थी। जब इन मशीनों का प्रयोग शुरू हुआ तो हाथ से ऊन कातने वाली औरतें इस तरह की मशीनों पर हमला करने लगी क्योंकि इस मशीन की वजह बहुत-सी महिलाएँ बेरोजगार हो गई थीं। इसलिए उन्होंने स्पिनिंग जेनी के प्रयोग का विरोध किया।</p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-6491607516968335752023-09-06T06:56:00.000-07:002023-09-06T06:56:01.154-07:00लेस्बियन या समलैंगिक क्या होता है ? What is lesbian ? Hindi<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgIjFHbXF8yBdUn686A1WrXEzZyuVLC6APW-HbFnXgk8p1ecL9a5XdqSEwkmaNgR0m3r4U1yXLTfZlBrssxykNA1WHGXCgNg_yuK43fmK0SU7IUiP1_eF0CaQzHlz6Nz1s-0L-4-73tAssSWcwr8-xwystIJPU0Sx6AMrf446QDQAO_c2SVo6GEucuLAMKj/s1024/IMG_20230127_093400.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="731" data-original-width="1024" height="456" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgIjFHbXF8yBdUn686A1WrXEzZyuVLC6APW-HbFnXgk8p1ecL9a5XdqSEwkmaNgR0m3r4U1yXLTfZlBrssxykNA1WHGXCgNg_yuK43fmK0SU7IUiP1_eF0CaQzHlz6Nz1s-0L-4-73tAssSWcwr8-xwystIJPU0Sx6AMrf446QDQAO_c2SVo6GEucuLAMKj/w640-h456/IMG_20230127_093400.jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>समलैंगिकता (Homosexuality) एक ही लिंग या लिंग के सदस्यों के बीच एक रोमांटिक आकर्षण, यौन आकर्षण या यौन व्यवहार है। यदि हम यौन रुझान के रूप में बात करें तो, समलैंगिकता विशेष रूप से समान लिंग या लिंग के लोगों के लिए "भावनात्मक, रोमांटिक और/या यौन आकर्षण का एक स्थायी पैटर्न" है। समलैंगिक महिलाओं के लिए lesbian और पुरुषों के लिए Gay शब्द का प्रयोग कोय जाता है।</p><p><br /></p><p>समलैंगिकता विषमलैंगिक-समलैंगिक सातत्य (heterosexual–homosexual continuum) ले अंतर्गत उभयलिंगीपन (Bisexuality), विषमलैंगिकता (Heterosexuality) और समलैंगिकता (Homosexuality) तीन मुख्य श्रेणियाँ है।</p><p><br /></p><p><b>लेस्बियन क्या होता है ?</b></p><p>जैसा कि हमने पहले देखा है, लेस्बियन शब्द समलैंगिग महिलाओं के लिए प्रयोग किया जाने वाला शब्द है। हम दूसरे शब्दों में यह कह सकते है कि ऐसी महिला जो अन्य महिलाओं के प्रति आकर्षित (कामुकतपूर्वक - Sexually) होती है।</p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-55564945344649947582023-08-08T22:51:00.004-07:002023-08-08T22:51:38.109-07:00राजस्थान के 19 नए जिले और 3 नए संभाग - New Districts Of Rajsthan 2023<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjQi-wUqVohY5HAMUf6MbQj3Is24si_6Jom2JVng7CqbAlCOja5cdGIgylABp-P_re_odvTuxWLBzmzA2hV1Engtb3WdlKNROMWGZWNwYzZEuz2xQGzAVoPZOA14nVIlVb7pxjNH2Fj_emZw1cs7aFCKeSDQfJjGglcjr92fvg92DiybfSroLtxepjtTXRf/s827/IMG_20230808_203325.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="547" data-original-width="827" height="424" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjQi-wUqVohY5HAMUf6MbQj3Is24si_6Jom2JVng7CqbAlCOja5cdGIgylABp-P_re_odvTuxWLBzmzA2hV1Engtb3WdlKNROMWGZWNwYzZEuz2xQGzAVoPZOA14nVIlVb7pxjNH2Fj_emZw1cs7aFCKeSDQfJjGglcjr92fvg92DiybfSroLtxepjtTXRf/w640-h424/IMG_20230808_203325.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>राजस्थान सरकार के द्वारा 7 अगस्त 2023 को 19 नए जिलों और 3 नए संभागों का गठन किया गया है। इसके बाद राजस्थान में जिलों की संख्या अब 33 से बढकर 50 हो गई है। </p><p><b>राजस्थान के 19 नए जिलों के बारे में जानकारी:</b></p><p>1. नीम का थाना : सीकर और झुंझुनूं जिलों का पुनर्गठन करके नीमकाथाना नए जिले का गठन किया गया है। इसका मुख्यालय नीम का थाना में बनाया गया है। इस जिले में 4 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें नीम का थाना, श्रीमाधोपुर, उदयपुरवाटी और खेतड़ी शामिल है।</p><p>2. बालोतरा : बाड़मेर जिले का पुनर्गठन करके बालोतरा को नया जिला बनाया गया है जिसका मुख्यालय बालोतरा में बनाया गया है। इस जिले में 4 उपखंड शामिल किए गए हैं जिनमें बालोतरा, सिवाना, बायतु और सिणधरी शामिल है। सात तहसीलें पचपदरा, कल्याणपुर, सिवाना, समदड़ी, बायतु, गिड़ा और सिणधरी इस जिले के अंतर्गत आ गई हैं।</p><p>3. जोधपुर : पूर्व में घोषित जोधपुर पश्चिम और जोधपुर पूर्व का नाम बदलकर अब जोधपुर और जोधपुर ग्रामीण कर दिए गए हैं। दोनों ही जिलों का मुख्यालय जोधपुर शहर में रखे गए हैं। नवगठित जोधपुर जिले में जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण उपखंड शामिल किए गए हैं।</p><p>4. जोधपुर ग्रामीण : जोधपुर ग्रामीण जिले में जोधपुर शहर के अतिरिक्त बाहरी क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस जिले में 10 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें लूणी, बिलाडा भोपालगढ़, पीपाड़ सिटी ओसियां बावड़ी शेरगढ़ बालेसर के साथ जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण के नगर निगम के बाहरी क्षेत्र को शामिल किया गया है। </p><p>5. फलौदी : जोधपुर जिले का पुनर्गठन करके नया जिला फलौदी गठित किया गया है। इसका मुख्यालय फलौदी में बनाया गया है। नवगठित फलौदी जिले 6 तहसीलें शामिल की गई हैं। इनमें फलौदी, लोहावट, आऊ, देचू, बाप और बापिणी शामिल है। ऐसे में इन उपखंड की 8 तहसीलें इस नए जिले के अधीन आ गई है।</p><p>6. जयपुर ग्रामीण : जयपुर ग्रामीण जिले का गठन भी जयपुर जिले को पुनर्गठित करके किया गया है। इसका मुख्यालय जयपुर शहर में ही रखा गया है। जयपुर ग्रामीण जिले में जयपुर नगर निगम क्षेत्र को छोड़कर जिले की सभी तहसीलों को शामिल किया गया है। इनमें जयपुर, सांगानेर, आमेर, बस्सी, चाकसू, जमवारामगढ़, चौमू, सांभर लेक, माधोराजपुरा, रामपुरा डाबड़ी, किशनगढ़ रेनवाल, जोबनेर और शाहपुरा शामिल है।</p><p>7. डीग : भरतपुर जिले का पुनर्गठन करके नया जिला डीग बनाया गया है, जिसका मुख्यालय डीग में बनाया गया है। इस जिले में 6 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें डीग, कुम्हेर, नगर, सीकरी, कामां, और पहाड़ी उपखंड शामिल हैं। </p><p>8. कोटपूतली बहरोड़ : जयपुर और अलवर जिलों का पुनर्गठन करके नया जिला कोटपूतली बहरोड गठित किया गया है, जिसका मुख्यालय कोटपूतली में बनाया गया है। इस जिले में 7 उपखंड शामिल किए गए है। जिनमें बहरोड, बानसूर, नीमराणा, नारायणपुर, कोटपूतली, विराटनगर और पावटा शामिल है।</p><p>9. खैरथल तिजारा : अलवर जिले को पुनर्गठित करके खैरथल तिजारा जिले का गठन किया गया है। इस जिले का मुख्यालय खैरथल में बनाया गया है। इस जिले में 5 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें तिजारा, किशनगढ़बास, कोटकासिम, टपूकड़ा और मुंडावर शामिल है।</p><p>10. अनूपगढ़ : श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों का पुनर्गठन करके अनूपगढ़ जिले का गठन किया गया। जिसका मुख्यालय अनूपगढ़ में बनाया गया है। इस जिले में 6 उपखंड शामिल किए गए हैं जिनमें अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, छतरगढ़ और खाजूवाला शामिल है। इसी तरह 7 तहसीलें अनूपगढ़, रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, घड़साना, रावला, छतरगढ़ और खाजूवाला भी इसी जिले में शामिल किए गए हैं।</p><p>11. ब्यावर : चार जिले अजमेर, पाली, राजसमंद और भीलवाड़ा जिलों का पुनर्गठन करके नया जिला ब्यावर गठित किया गया है। इसका मुख्यालय ब्यावर में बनाया गया है। इस नव गठित ब्यावर जिले के में 6 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें ब्यावर, टाटगढ़, जैतारण, रायपुर, मसूदा और बिजनौर शामिल हैं।</p><p>12. केकड़ी : दो जिले अजमेर और टोंक जिले को पुनर्गठित करके नया जिला केकड़ी बनाया गया है। इसका मुख्यालय केकड़ी में बनाया गया है। इस नव गठित केकड़ी जिले में 5 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें केकड़ी, सावर, भिनाय, सरवाड़ और टोडारायसिंह शामिल है।</p><p>13. सलूम्बर : उदयपुर जिले का पुनर्गठन करके नए जिले सलूम्बर का गठन किया गया है। इसका मुख्यालय सलूम्बर में बनाया गया है। इस जिले में 4 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें सराडा, सेमारी, लसाडिया और सलूम्बर शामिल है।</p><p>14. सांचौर : जालौर जिले का पुनर्गठन करके नए जिले सांचौर का गठन किया गया है। इसका मुख्यालय सांचौर में बनाया गया है। इस जिले में 4 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें सांचौर, बागोड़ा, चितलवाना और रानीवाड़ा शामिल है।</p><p>15. शाहपुरा : भीलवाड़ा जिले का पुनर्गठन करके नया जिला शाहपुरा बनाया गया है। इसका मुख्यालय शाहपुरा में बनाया गया है। इस जिले में 6 उपखंड शामिल किए गए हैं। इनमें जहाजपुर, फूलियाकलां, बनेड़ा, शाहपुरा और कोटडी शामिल है।</p><p>16. जयपुर : जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण के स्थान पर अब जयपुर और जयपुर ग्रामीण नाम से नए जिले बनाए गए हैं। जयपुर जिले का पुनर्गठन करके नवगठित जयपुर जिले का गठन किया गया। इसका मुख्यालय जयपुर में ही है। जयपुर जिले के तहत जयपुर के दोनों नगर निगम क्षेत्र ग्रेटर और हैरिटेज के पूरे इलाके शामिल किए गए हैं। आमेर और सांगानेर तहसील में आने वाला नगर निगम क्षेत्र भी जयपुर जिले में ही रहेंगे।</p><p>17. गंगापुरसिटी : दो जिले सवाई माधोपुर और करौली जिलों का पुनर्गठन करके नए जिला गंगापुर सिटी का गठन किया गया है जिसका मुख्यालय गंगापुर सिटी में बनाया गया है। इस जिले के अंतर्गत 5 उपखंड शामिल किए गए हैं जिनमें गंगापुर सिटी, वजीरपुर, बामनवास, टोडाभीम और नादौती शामिल है। ऐसे में इन 5 उपखंड की 7 तहसीलें गंगापुरसिटी जिले के अंतर्गत है।</p><p>18. डीडवाना कुचामन : नागौर जिले का पुनर्गठन करके डीडवाना कुचामन नया जिला बनाया गया है। इस जिले के अंतर्गत डीडवाना, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां और कुचामन सिटी शामिल किए गए हैं। ऐसे में डीडवाना, मौलासर, छोटी खाटू, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां और कुचामन सिटी तहसीलें भी नए जिले के अंतर्गत है।</p><p>19. दूदू : जयपुर जिले का पुनर्गठन करके नया जिला दूदू गठित किया गया है जिसका मुख्यालय दूदू में बनाया गया है। इस जिले में 3 उपखंड शामिल किए गए हैं जिनमें मोजमाबाद, दूदू, और फागी शामिल है। इन तीनों उपखंड की तीनों तहसीलें इसी जिले के अंतर्गत है।</p><p><br /></p><p><b>3 नए संभाग :</b></p><p>जयपुर संभाग और बीकानेर संभाग को तोड़कर <b>सीकर संभाग</b> नया बनाया गया है. वहीं जोधपुर संभाग को तोड़कर <b>पाली</b> <b>संभाग</b> बनाया गया है। उदयपुर संभाग को तोड़कर नया <b>बांसवाड़ा संभाग</b> बनाया गया है। इसके बाद संभागों की संख्या भी 7 से बढ़कर 10 हो गई है।</p><p><br /></p><p><b>संभागवार जिलों के नाम:</b></p><p></p><ol style="text-align: left;"><li><b>सीकर संभाग- </b>सीकर, झुंझुनूं, नीमकाथाना और चूरू।</li><li><b>पाली संभाग-</b> पाली, जालौर, सांचौर और सिरोही।</li><li><b>बांसवाड़ा संभाग-</b> बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़</li><li><b>जयपुर संभाग-</b> जयपुर, जयपुर ग्रामीण, दूदू, कोटपूतली, बहरोड़, दौसा, खैरथल और अलवर</li><li><b>बीकानेर संभाग-</b> बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़।</li><li><b>अजमेर संभाग-</b> अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, नागौर, डीडवाना-कुचामन और शाहपुरा।</li><li><b>भरतपुर संभाग-</b> भरतपुर, धौलपुर, करौली, डीग, गंगापुरसिटी और सवाईमाधोपुर।</li><li><b>कोटा संभाग-</b> कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़।</li><li><b>जोधपुर संभाग-</b> जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर और बालोतरा।</li><li><b>उदयपुर संभाग-</b> उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, राजसमंद और सलूंबर</li></ol><p></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-87884104292545262062023-07-01T21:24:00.002-07:002023-07-01T21:24:17.696-07:00वंदे भारत से संबंधित पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण सवाल Vande Bharat Express 2023<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhJDU3EPL0pTijaY5XHGhULxfxc4zOcLXfRBDWiIECeTTa69OFNz71v_Oa9xdpE1GyIwHRliIAXBkKNZCIeQYOhE0lFGWufNnbbddDT0MNv0zRqh6f-E7HhH4MHjcu4E5VZx5Jl-bo-TX_QqDqCaXVRjVTO_LZDINWoqKMoPLOg6sXlBonFpzuCyeP4gX9Q/s722/Indian-Flag%201.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="480" data-original-width="722" height="426" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhJDU3EPL0pTijaY5XHGhULxfxc4zOcLXfRBDWiIECeTTa69OFNz71v_Oa9xdpE1GyIwHRliIAXBkKNZCIeQYOhE0lFGWufNnbbddDT0MNv0zRqh6f-E7HhH4MHjcu4E5VZx5Jl-bo-TX_QqDqCaXVRjVTO_LZDINWoqKMoPLOg6sXlBonFpzuCyeP4gX9Q/w640-h426/Indian-Flag%201.jpg" width="640" /></a></div><br /><p><br /></p><p>भारत की पहली की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन हैं। इससे संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके जवाब।</p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ काहाँ से हुआ ?</p><p>उत्तर : भारत की पहली वंदे भारत एक्प्रेस का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा वाराणसी से किया गया था।</p><p><br /></p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ कब हुआ ?</p><p>उत्तर : भारत की पहली वंदे भारत एक्प्रेस का शुभारंभ 15 फरवरी, 2019 को हुआ था।</p><p><br /></p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का वास्तविक नाम क्या था ?</p><p>उत्तर : वंदे भारत एक्सप्रेस शुरुआत में ट्रेन 18 नाम से जानी गयी 'मेड इन इंडिया' स्टेटस के तहत 'ट्रेन 18' का नाम वंदे भारत - एक्सप्रेस कर दिया गया।</p><p><br /></p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का डिज़ाइन किसने किया ?</p><p>उत्तर : वंदे भारत एक्सप्रेस के कांसेप्ट का श्रेय रेलवे इंजीनियर एवं चेन्नई स्थित इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री के जनरल मैनेजर सुधांशु मणि को दिया जाता है।</p><p><br /></p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ कब हुआ ?</p><p>उत्तर : - वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटे है। 52 सेकेंड में 100 - किमी प्रति घंटे की रफ़्तार पकड़ने में सक्षम है।</p><p><br /></p><p>प्रश्न : पहली वंदे भारत एक्सप्रेस कितने रूट्स पर चलती है ?</p><p>उत्तर : वर्तमान (2023) में वंदे भारत रेल नेटवर्क 23 रूट्स तक पंहुचा है।</p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1132823945212901042.post-33114167443459719602023-06-28T08:07:00.006-07:002023-06-28T08:07:43.487-07:00अशराफ और पसमांदा-बोहरा मुस्लिम। Asharaf, Pasmanda<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;"><a href="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjsLKvQkZnp77qiHGTxUV4p7J6S2EvytjPxbyfiuo2zuH5Iw0qMXA7FezlYoQfighpjuo-S3ZreAZfDtRUufpsH7SES9-_fvjh7K8ySlFN6mBJJLZHoxyVbUcHrMpyFtoNP_bxr3klM_g0a9Y8RsK6aoG4c5BW-f7jnpPwm210UvOq00mjufPRMkV7otPn-/s971/IMG_20210410_151942.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" data-original-height="595" data-original-width="971" height="392" src="https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjsLKvQkZnp77qiHGTxUV4p7J6S2EvytjPxbyfiuo2zuH5Iw0qMXA7FezlYoQfighpjuo-S3ZreAZfDtRUufpsH7SES9-_fvjh7K8ySlFN6mBJJLZHoxyVbUcHrMpyFtoNP_bxr3klM_g0a9Y8RsK6aoG4c5BW-f7jnpPwm210UvOq00mjufPRMkV7otPn-/w640-h392/IMG_20210410_151942.jpg" width="640" /></a></div><p><br /></p><p>मुस्लिम धर्म में नस्लीय आधार पर भी जातिव्यवस्था की गई है। भारत के मुसलमानों में विदेशी और देशी का विभेद है। इस्लामी फिक्ह (विधि) और इस्लामी इतिहास की किताबों में भी अशराफ, अजलाफ और अरज़ाल का वर्गीकरण मिलता है.</p><p><br /></p><p><b>अशराफ मुसलमान - </b>ये समुदाय अपना संबंध वर्तमान भारत के बाहर से मानते है, जिस वजह से इन्हें उच्च कुल का माना जाता है। अशराफ को अशरफ भी कहा जाता है जी शरीफ़ का बहुवचन है। अधिकांश अन्य सोमाली कुलों के विपरीत, जो अपने वंश को पैगंबर के चचेरे भाई और अली के बड़े भाई अकील इब्न अबी तालिब से जोड़ते हैं, अशरफ अली और मुहम्मद की बेटी फातिमा के बेटों हसन और हुसैन से वंश का दावा करते हैं। </p><p>इनमें चार प्रमुख जातियाँ होती हैं। सैयद, शेख, पठान और मुगल। सैयद, जिनका संबंध पैग़म्बर मुहम्मद के परिवार से माना जाता है, एक तरह से ये उनके वंशज हैं। दूसरे हैं शैख़ज़ादे, जिनका संबंध अरब ही के क़ुरैश "कबीले" से है। </p><p><br /></p><p><b>बोहरा मुसलमान -</b> बोहरा शब्द, गुजराती शब्द वोहरू व्यवहार से आया है, जिसका मतलब है "व्यापार"। बोहरा समुदाय के मुस्लिम आमतौर पर व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इस समुदाय की महिलाएं एक दोहरी पोशाक पहनती हैं, जिसे "रिदा" कहते है, जो हिजाब के अन्य प्रकारों से अलग है।</p><p><b>अज़लाफ़ मुसलमान -</b> अज़लाफ़ शब्द जिल्फ (असभ्य) का बहुवचन है, इसमें वे शिल्पकार है जिन्होंने इस्लाम कुबूल किया। जैसे कि दर्जी, धोबी, धुनिया, गद्दी, फाकिर, बढई-लुहार, हज्जाम (नाई), जुलाहा, कबाड़िया, कुम्हार, कंजरा, मिरासी, मनिहार, तेली आदि।</p><p><b>अरज़ाल मुसलमान -</b> अरज़ाल शब्द रजील (नीच) का बहुवचन है, इसमें वे दलित हैं जिन्होंने इस्लाम कबूल किया। जैसे कि हलालखोर, भंगी, हसनती, लाल बेगी, मेहतर, नट, गधेरी आदि।</p><p>अजलाफ और अरज़ाल को ही सामूहिक रूप से <b>पसमांदा</b> कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है, जो पीछे रह गए हैं। भारत में मुस्लिम धर्म में पसमांदा मुसलमानों की कुल आबादी के 85 फीसदी है। पसमांदा मूल तौर पर फारसी का शब्द है, जिसका मतलब होता है, वो लोग जो सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े हैं।</p><p><br /></p><p><b>Source :</b></p><p><a href="https://www.forwardpress.in/2021/08/analysis-ashraf-azlaf-arzal-hindi/">Forward Press</a></p><p><a href="https://hindi.theprint.in/opinion/ashraf-vs-pasmanda-how-the-struggle-for-social-justice-continues-among-muslims-facing-discrimination/242972/">The Print</a></p><p><br /></p><p><br /></p>Unknownnoreply@blogger.com