7/05/2022

हैदराबाद की भारतीय संघ में मिलने की कहानी - Operation Polo


ऑपरेशन पोलो (Operation Polo) या Operation Caterpillar 13 से 18 सितंबर, 1948 में हैदराबाद पर भारत के द्वारा की गई "पुलिस कार्रवाई" का कोड नाम था। इस अभियान के जरिये भारतीय सशस्त्र बलों ने निजाम शासित रियासत को भारतीय संघ में मिला लिया।


संघर्ष और विलय :

भारत के द्वारा हैदराबाद पर की गई कार्यवाही का सामना रजाकारों ने किया। परंतु वे ज्यादा दिनों तक भारतीय सेना को रोक नही सके 18 सितंबर, 1948 को निजाम के प्रधान मंत्री मीर लाइक अली और कासिम रिजवी को गिरफ्तार कर लिया गया।

22 सितंबर 1948 को निजाम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपनी शिकायत वापस ले ली। निजाम ने रेडियो पर हैदराबाद के भारतीय संघ में विलय की घोषणा की। 

हैदराबाद के विलय के बाद मेजर जनरल चौधरी ने हैदराबाद के सैन्य गवर्नर के रूप में पदभार संभाला और वर्ष 1949 के अंत तक उस पद पर रहे। जनवरी 1950 में, एक वरिष्ठ सिविल सेवक एम. के. वेलोडी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया और निजाम को "राज प्रमुख" या "गवर्नर" बनाया गया।


रजाकार कौन थे ?

रजाकार एक मुस्लिम राष्ट्रवादी अर्धसैनिक बल था। जिसकी स्थापना ब्रिटिश राज के दौरान मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (MIM) ने वर्ष 1938 में की थी।


दिवस :

वर्ष 2022 में, 17 सितंबर को केंद्र सरकार द्वारा 'हैदराबाद मुक्ति दिवस' के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया और तेलंगाना सरकार द्वारा 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में।