SSLV और PSLV में क्या अंतर है ?


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था (ISRO) के द्वारा छोटे उपग्रहों को लॉन्च करने के उद्देश्य से SSLV का विकास किया गया है। 7 अगस्त को सतीश धवन एरिया सेंटर, श्रीहरिकोटा के पहले लॉन्च पैड से सुबह 09:18 बजे SSLV को EOS-02 के साथ लॉन्च किया जाएगा।

भविष्य में श्रीहरिकोटा में स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च कॉम्प्लेक्स (SSLC) नाम से एक समर्पित लॉन्च पैड स्थापित किया जाएगा। तमिलनाडु में कुलशेखरपट्टनम के पास एक नया स्पेसपोर्ट SSLV लॉन्च को भविष्य में संभालेगा।


SSLV और PSLV में अंतर ?

SSLV के विकास का कार्य वर्ष 2016 में कीमत और प्रक्षेपण दर ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) की तुलना में कम करने के लिए किया गया था। SSLV की विकास लागत ₹169.07 करोड़ है और निर्माण लागत ₹30 करोड़  से ₹35 करोड़ होने की उम्मीद है।

PSLV की लंबाई 44 मीटर है, जबकी SSLV 34 मीटर है। SSLV को 10 किलोग्राम से 500 किलोग्राम तक की वस्तुओं को 500 किलोमीटर की प्लानर कक्षा में रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है, PSLV 600 किमी ऊंचाई के सौर-तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षाओं में 1,750 किलोग्राम पेलोड को स्थापित कर सकता है। SSLV को तैयार करने और लॉन्च पैड पर स्थानांतरित करने में केवल 72 घंटो का समय लगेगा, PSLV को तैयार करने के लिए 2 महीनों का समय लगता है।