प्रतीकात्मक फ़ोटो |
रक्शाहाड़ा / राक्षहाड़ा छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में जिला मुख्यालय से 66 किमी दूर तरादुल के आगे घने जंगलों के बीच एक पहाड़ी है, जिसे लोग रक्शाहाड़ा पहाड़ी कहते हैं। यहां तक पहुंचने सिल्लीबहार के बाद जंगल पहाड़ होकर 5 किमी पैदल चलना पड़ता है। इन पहाड़ियों में एक मौसमी जलप्रपात स्थित है जिसे इस पहाड़ी के नाम पर ही रक्शाहाड़ा जलप्रपात कहते है। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 280 फीट है।
मान्यता :
स्थानीय लोगो का मानना है कि यह पहाड़ी राक्षसों के हड्डियों से बना हुआ है जिस वजह से इस पहाड़ी को रक्शाहाड़ा कहा जाता है। स्थानीय छत्तीसगढ़ी भाषा में रक्शा का मतलब राक्षस और हाड़ा का मतलब हड्डी होता है।