धार्मिक एवं दार्शनिक संप्रदायों (Religious and philosophical sects) 10 MCQ Part 2

धार्मिक एवं दार्शनिक संप्रदायों पर आधारित अतिरिक्त 10 MCQs – जो UGC NET, CGPSC, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में उपयोगी सिद्ध होंगे। सभी प्रश्नों में सही उत्तर और संक्षिप्त व्याख्या भी दी गई है:


1. जैन धर्म के अनुसार ‘मोक्ष’ प्राप्त करने के लिए कौन-से तीन रत्नों का पालन करना आवश्यक है?
A) तप, दया, सत्य
B) सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण
C) सत्य, अहिंसा, अस्तेय
D) ध्यान, योग, ज्ञान
उत्तर: B) सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण
व्याख्या: इन्हीं को ‘त्रिरत्न’ कहा गया है, जो मोक्ष का मार्ग है।

2. किस दर्शन में 'ईश्वर' के अस्तित्व को नहीं माना गया है?
A) योग दर्शन
B) सांख्य दर्शन
C) वेदांत दर्शन
D) वैशेषिक दर्शन
उत्तर: B) सांख्य दर्शन
व्याख्या: सांख्य दर्शन द्वैतवादी है और ईश्वर की आवश्यकता को नहीं मानता।

3. बौद्ध धर्म के किस संप्रदाय में बोधिसत्व की पूजा की जाती है?
A) थेरवाद
B) हीनयान
C) महायान
D) वज्रयान
उत्तर: C) महायान
व्याख्या: महायान संप्रदाय बोधिसत्व को आदर्श मानता है जो स्वयं मोक्ष प्राप्त कर दूसरों को भी मुक्त करता है।

4. ‘वेदांत’ दर्शन का प्रारंभिक ग्रंथ कौन-सा है?
A) उपनिषद
B) गीता
C) ब्रह्मसूत्र
D) न्यायसूत्र
उत्तर: C) ब्रह्मसूत्र
व्याख्या: ब्रह्मसूत्र को वेदांत दर्शन का सूत्र रूप माना जाता है, जिसे बादरायण ने लिखा।

5. चार्वाक दर्शन किस बात को प्रमाण मानता था?
A) अनुभव और तर्क
B) श्रुति
C) इंद्रियबोध (प्रत्यक्ष)
D) अनुमान
उत्तर: C) इंद्रियबोध (प्रत्यक्ष)
व्याख्या: चार्वाक प्रत्यक्ष प्रमाण को ही सत्य मानता था, अनुमान या श्रुति को नहीं।

6. जैन संप्रदाय के श्वेतांबर और दिगंबर संप्रदायों के बीच मुख्य अंतर क्या है?
A) वेदों की मान्यता
B) अहिंसा का सिद्धांत
C) वस्त्र पहनने की परंपरा
D) पूजा पद्धति
उत्तर: C) वस्त्र पहनने की परंपरा
व्याख्या: श्वेतांबर वस्त्र पहनते हैं, जबकि दिगंबर पूर्ण नग्नता को तपस्या मानते हैं।

7. निम्न में से कौन-सा दर्शन आत्मा को नश्वर मानता है?
A) जैन
B) वेदांत
C) चार्वाक
D) सांख्य
उत्तर: C) चार्वाक
व्याख्या: चार्वाक आत्मा को इंद्रियों का संघ मानता है, उसकी अमरता को नहीं मानता।

8. निम्न में से कौन-सा संप्रदाय वेदों की सत्ता को मानता है?
A) बौद्ध
B) चार्वाक
C) न्याय
D) जैन
उत्तर: C) न्याय
व्याख्या: न्याय दर्शन वेदों की प्रमाणिकता को मानता है और आस्तिक दर्शन है।

9. किस संप्रदाय के अनुसार “ईश्वर, जीव और प्रकृति तीनों सदा से भिन्न हैं”?
A) अद्वैत
B) द्वैत
C) विशिष्टाद्वैत
D) शुद्धाद्वैत
उत्तर: B) द्वैत
व्याख्या: मध्वाचार्य द्वारा प्रतिपादित द्वैत दर्शन में ईश्वर, आत्मा और प्रकृति को स्वतंत्र एवं भिन्न माना गया है।

10. 'हे राम! हे राम!' – यह अंतिम शब्द किस संप्रदाय के सिद्धांत को प्रतिबिंबित करता है?
A) वेदांत
B) शैव
C) वैष्णव
D) चार्वाक
उत्तर: C) वैष्णव
व्याख्या: भगवान राम की भक्ति वैष्णव परंपरा का हिस्सा है; यह भक्तिभाव की चरम अभिव्यक्ति है।