चारामा - Charama Cave

चारामा छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले का एक विकासखंड है। महानदी यहाँ से होकर गुज़रती है।

शैल चित्र:
चारामा विकासखंड के गोटीटोला और उद्कुंड नामक स्थान से प्राचीन शैल चित्र प्राप्त हुए है। करीब 10,000 साल पुराने शैल चित्रों में एलियंस और यूएफओ का चित्रण भी मिला है।

चित्रों को प्राकृतिक रंगोंसे बनाया गया है और इतने वर्षों के बावजूद बहौत कम फीका हुआ है। चित्र स्पष्ट नहीं होने के बावजूद, चित्रित लोग हथियार की तरह वस्तुओं पकड़े देखा जाता है। इनके नाक और मुँह नहीं है।

भारतीय पुरातत्वविद् जे.आर. भगत के अनुसार, जो उड़ने वाला गोलाकार आकृति है जिसके तीन पैर और पंखे की तरह एंटीना है, आधुनिक दिनों के फिल्मों में दर्शाया जाने वाले यूएफओ के जैसे लगते हैं।

आसपास के गांवों में किंवदंतिय है की छोटे कद के लोग  की एक दौर में आसमान से अपने गोलाकार उड़ने वाले जहाज से उतरता था और लोगो को लेजाता था। जिसे लोग "रोहेला" लोग  के नाम से जानते है जिसका मतलब होता है "छोटे" लोग।


Source : छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग।