बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 22 फरवरी, 2021 को आम बजट पेश किया। बजट का आकार 2.18 लाख करोड़ रुपये का है।
बजट में योजना मद का करीब 60% हिस्सा गांवों को चमकाने और ग्रामीण आबादी के जीवन स्तर में सुधार लाने पर खर्च होगा। पांच साल में 20 लाख रोजगार सृजन के साथ ही महिला सशक्तीकरण पर विशेष जोर दिया गया है। महिलाओं को रोजगार में 35 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
क्षेत्रवार बजट (प्रतिशत) :
बजट में 38035.93 ( 17.42%) करोड़ का प्रावधान शिक्षा क्षेत्र के लिए किया गया है। ग्रामीण विकास के लिए 16,835.67 (7.71) करोड़, सड़क के लिए 15,227.74 (6.98%) करोड़, स्वास्थ्य के लिए 13,264.87 (6.08% ) करोड़ और ऊर्जा क्षेत्र के लिए 8560.00 (3.92%) करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है ।
किसान
हर खेत को पानी पहुंचाने का जिम्मा 4 विभागों को।
पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने को 1561 करोड़।
पशुधन के स्वास्थ्य के लिए 500 करोड़।
महिला
रोजगार में 35 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान।
उद्योग के लिये पांच लाख तक का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा।
विभिन्न योजनाओं के लिए 200 करोड़ रुपये।
"सक्षम नारी योजना" के तहत इंटर पास होने के बाद 25 हजार और स्नातक उत्तीर्ण होने पर 50 हजार रुपये दिया जाएगा।
गरीब
शहरी गरीबों के लिए बहुमंजिला भवन का प्रावधान।
गरीब वासहीन परिवारों को जमीन दी जाएगी।
शहरी गरीब युवक-युवतियों को नि:शुल्क ट्रेनिंग।
बुजुर्ग
वृद्धजनों के लिए आश्रय स्थल बनाने का प्रावधान।
भिक्षावृत्ति में शामिल वृद्धों के लिए ओल्ड एज होम।
मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना पर भी रहेगा जोर।
उद्यमी
मुख्यमंत्री सूक्ष्म एवं लघु क्लस्टर स्थापित होगा।
रेशम केंद्रों व भवनों का निर्माण व जीर्णोद्धार होगा।
29 खादी संस्था/समितियों की दी जाएगी पूंजी।
स्वास्थ्य
बाल हृदय योजना में 300 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
टेलीमेडिशन की योजना को हॉस्पिटल से जोड़ा जाएगा।
शिक्षा
'अवसर बढ़े आगे पढ़ें' निश्चय के तहत 23 चयनित जिलों में 12 में GNM संस्था खुल गए हैं और बाकी में काम जारी है।
तीन नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण की प्रक्रिया जारी है।
28 जिलों में पारा मेडिकल कॉलेज खोले जाने थे, जिसमें 12 खुल चुके हैं।
10वीं-12वीं पास युवकों के लिए दीर्घकालीन ट्रेनिंग की व्यवस्था होगी।