बिहार के उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने 28 फरवरी, 2022 को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 2,37,691.19 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया। यह बजट वर्ष 2021-22 की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में वर्ष 2021-22 की तुलना में पूंजीगत व्यय 11 प्रतिशत अधिक है।
बजट के मुख्य बिंदु :
वर्ष 2022-23 के लिए बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) (मौजूदा मूल्यों पर) 7,45,310 करोड़ रुपए अनुमानित है। इसमें 2021-22 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 9.7% की वृद्धि है। 2021-22 में जीएसडीपी (GSDP) में पिछले वर्ष की तुलना में 9.8% की दर से वृद्धि का अनुमान है।
2022-23 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) 2,23,021 करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जो 2021 22 के संशोधित अनुमानों से 9% कम है। साथ ही 2022-23 में राज्य द्वारा 14,670 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाया जाएगा। 2021-22 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) बजट अनुमान से 18% अधिक रहने का अनुमान है।
वर्ष 2022-23 के लिए प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) 1,97,136 करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जो 2021 के संशोधित अनुमानों से 16% अधिक है। 2021-22 में प्राप्तियां बजट अनुमान से 17,156 करोड़ रुपए कम ( 9% की कमी) होने का अनुमान है।
वर्ष 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा 25, 885 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 3.47% ) पर लक्षित है। 2021-22 में संशोधित अनुमानों के अनुसार, राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 11.31% होने की उम्मीद है, जो जीएसडीपी के 2.97% के बजट अनुमान से काफी अधिक है।
वर्ष 2022-23 के लिए राजस्व अधिशेष 4,748 करोड़ रुपए होने का अनुमान है, जोकि जीएसडीपी का 0.64% है। बजट स्तर पर अनुमानित जीएसडीपी के 1.21% के राजस्व अधिशेष की तुलना में 2021-22 में राज्य को 5.48% के राजस्व घाटे का अनुमान है।
वर्ष 2022-23 में राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 3.47% होने का अनुमान है।