10/03/2022

राजस्थान की अनुसूचित जनजातियां एवं उनसे संबंधित तथ्य


राजस्थान में जनजाति समुदाय के समग्र विकास हेतु राज्य सरकार द्वारा वर्ष 1975 में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की स्थापना की गयी। राजस्थान में कुल 12 अनुसूचित जनजाति समुह निवास करते है। 

राजस्थान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (संशोधन) अधिनियम 1976 के अनुसार अनुसूचित जनजातियों की सूची :-
क्र.सं.अनुसूचित जनजातियाँ
1.  भील, भील गरासिया, ढोली भील, डूंगरी भील, डूंगरी गरासिया, मेवासी भील, रावल भील, तड़वी भील, भगालिया, भिलाला, पावरा, वसावा, वसावें
2.भील मीना
3.डामोर, डामरिया
4.धानका, तडबी, वालवी, तेतारिया
5.गरासिया (राजपूत गरासिया को छोडकर)
6.काथोडी, कातकरी, ढोर काथोडी, ढोर कातकरी, सोन काथोडी, सोन कातकरी
7.कोकना, कोकनी, कूकना
8.कोली ढोर, टोकरे कोली, कोलचा, कोलघा
9.मीना
10.नायकडा, नायका, चोलीवाला नायका, कापडिया नायका, मोटा नायका, नाना नायका
11.पटेलिया
12.सेहरिआ, सेहारिआ, सहारिया


अनुसूचित क्षेत्र:
राजस्थान के दक्षिण पूर्ण में सघन जनजाति वाले 8 जिलों की 31 तहसीलों को मिलाकर अनुसूचित क्षेत्र निर्मित किया गया है वर्ष 2011 की जनगणनानुसार इस क्षेत्र की जनसंखया 64.64 लाख है जिसमें जनजाति जनसंखया 45.52 लाख है। जो इस क्षेत्र की जनसंखया का 70.42 प्रतिशत हैं।

अनुसूचित क्षेत्र में शामिल जिलों के नाम :
  1. बांसवाडा
  2. पाली
  3. चित्तौड़गढ़
  4. राजमन्द
  5. सिरोही
  6. उदयपुर
  7. प्रतापगढ़
  8. डूंगरगढ़
सबसे अधिक (72.3 प्रतिशत) जनजाति वाला जिला  बांसवाड़ा है, इसके बाद क्रमशः डूंगरपुर और उदयपुर जिलों में 65.1 प्रतिशत और 47.9 प्रतिशत है। परंतु सबसे ज्यादा जनजाति वाला तहसील कोटडा (95 प्रतिशत) है।
सबसे कम जनजातीय आबादी वाले जिले नागौर (0.2 प्रतिशत) और बीकानेर (0.4 प्रतिशत) है।


जनसंख्या 2011 :
  • राजस्थान में अनुसूचित जनजाति राज्य की कुल जनसंख्या 56,507,188 है, जो राज्य की कुल जनसंख्या का 12.6 प्रतिशत है। अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या के मामले में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 12वें स्थान पर है।
  • राजस्थान में ज्यादातर अनुसूचित जनजाति ग्रामीण हैं। कुल जनसंख्या का 94.6 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं जबकि राज्य की कुल जनसंख्या का 76.6 प्रतिशत गांवों में रहते हैं।
  • मीना सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति है, जिसकी आबादी 3,799,971 है, जो कुल एसटी आबादी का 53.5 प्रतिशत है, जिसके बाद दूसरे स्थान पर भील (2,805,948) है। मीणा साबसे ज्यादा शिक्षित और संपन्न जनजाति है।
  • कोली ढोर सबसे छोटी जनजाति है जिसकी आबादी 100 से कम है और इसके बाद दूसरे स्थान पर कोकना (405), तीसरे स्थान पर पटेलिया (1,045) और चौथे स्थान पर कथोडी (2,922) आदि आते हैं।