10/04/2022

रामायण के 5 संस्करण जिनके बारे में आप शायद नहीं जानते

रामायण भारत का प्राचीन ऐतिहासिक संस्कृत महाकाव्य है। रामायण हिंदू धर्म ( सनातन धर्म ) की दो महत्वपूर्ण प्रसिद्ध कथाओं में से एक है। पारंपरिक रूप से महर्षि वाल्मीकि के द्वारा लिखित रामायण महाकाव्य में कोसल राज्य के अयोध्या शहर में एक राजकुमार राम के जीवन का वर्णन किया गया है। इस महाकाव्य में हनुमान जैसे महायोद्धा और रावण जैसे राक्षस का वर्णन किया गया है। परंतु, क्या सम्पूर्ण विश्व में रामायण को ऐसे ही जाना जाता है ?


भारत, दक्षिण पूर्व एशिया के विभिन्न धर्मों और अन्य समाजों में इस महाकाव्य के अन्य संस्करण उपलब्ध है। जिनमें रामायण की कहानी को अलग-अलग तरीको से वर्णन किया गया है, जो महर्षि वाल्मीकि के द्वारा रचित रामायण से काफी भिन्न है। इस पोस्ट में ऐसे ही 4 संस्करणों के बारे में बात करने वाले है :


1. दशरथ जातक (Dasaratha Jakata) 

यह एक बौद्ध संस्करण है जिसमें सीता हरण और रावण का उल्लेख नहीं है। इसमें दशरथ को अयोध्या नहीं बनारस के राजा के रूप में दर्शाया गया है। राजा दशरथ राम और सीता को तीसरी पत्नी कैकेयी से बचाने के लिए हिमालय भेज देते हैं। बारह साल बाद, राम और सीता बनारस लौटते हैं। 

इस कथा में गौतम बुद्ध को राम के रूप में वर्णित किया गया है, और उनकी पिछली जिंदगी के बारे में बताया गया है।


2.पौमचारिया (Paumachariya) :

जैन धर्म में राम की कहानी को तीन समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है; संघदास का संस्करण, विमलसुरी का संस्करण और गुणभद्र का संस्करण।

पौमचारिया जैन मुनि विमालसुरी (Vimalsuri) के द्वारा लिखा गया है। रामायण के इस संस्करण में रावण का वध लक्षमण के द्वारा किया जाता है। 

इसमें राम को जैन मूल्यों का पालन करते हुए दिखाने के लिए उन्हें अहिंसा का अनुयायी दिखाया गया है। पौमचारिया में, राम ने वनवास में रहते हुए तीन बार शादी की।

रावण को उदार ह्रदय वाला जैन धर्म का अनुयायी बताया गया है।

संघदास वाले संस्करण में, सीता को रावण की रानी मंदोदरी की बेटी कहा गया है। इसमे यह भविष्यवाणी की गई थी कि मंदोदरी की पहली संतान परिवार का सर्वनाश कर देगी। इसलिए, रावण ने बच्चे के जन्म के समय उसका त्याग कर दिया।


3. गोंड़ रामायणी (Gond Ramayani) :

यह रामायण का एक मौखिक संस्करण है। जिसे भारत के आदिवासी समाज के द्वारा रचा गया है। इसमे 7 कहानियां है। इस संस्करण में महाभारत के किरदारों जैसे कि भीम का भी वर्णन होता है। एक अन्य कहानी में रावण की पुत्री रानी पुफया से लक्ष्मण के विवाह के बारे में है।

कहानियों में से एक में लक्ष्मण एक दुल्हन की तलाश में मुख्य भूमिका निभाते हैं। कथा का यह संस्करण लक्षमण पर केंद्रित है। इस संस्करण के सातवें और अंतिम कहानी में राम द्वारा सीता को वन में निर्वासित कर दिया जाता है जहाँ उनके पुत्र लव एवं कुश का जन्म होता है। इस कहानी में परिवार के पुनर्मिलन होता है, और अपने महल में लौटने के साथ एक सुखद अंत हुआ।


4. रामकियन (Ramakien)

रामकियन, रामायण का थाई संस्करण है। इसे थाईलैंड का राष्ट्रीय महाकाव्य माना जाता है, जिसे अभी भी देश के स्कूलों में पढ़ाया जाता है। यह बौद्ध रामायण से प्रभावित है।

रामकियन और वाल्मीकि के संस्करण में कुछ समानताएं हैं, यह कहानी हनुमान पर अधिक जोर देती है। इस संस्करण में हनुमान को वाल्मीकि रामायण के जैसे ब्रह्मचारी नहीं दिखाया गया है।


5. काकाविन रामायण (Kakavin Ramayana) :

महत्वपूर्ण अंतर यह है कि सीता को कैसे चित्रित किया जाता है। जबकि भारतीय रामायण उसे एक कोमल, सुंदर, शालीन, वफादार और धैर्यवान महिला के रूप में चित्रित करती है, काकाविन रामायण उसे साहसी, मजबूत नारी के रूप में चित्रित किया गया है, और रावण की लंका में राम की प्रतीक्षा करते हुए नहीं, बल्कि असुरों से लड़ते हुए चित्रित किया गया है। 

यह 7 वीं शताब्दी में भारतीय कवि भट्टिक द्वारा लिखित संस्कृत "कविता भट्टिकव्य" से प्रभावित है।


- प्रवीण सिंह