10/08/2022

मध्यप्रदेश की अनुसूचित जनजातियों से सम्बंधित तथ्य - Major Scheduled Tribes of Madhya Pradesh


मध्यप्रदेश एक आदिवासी ( अनुसूचित जनजाति ) बहुल राज्य है। जनगणना 2011 के अनुसार राज्‍य की कुल जनसंख्‍या का 21.10 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति है। मध्य प्रदेश में कुल 43 अनुसूचित जनजाति समूह निवास करते है। मध्य प्रदेश में कुल 07 संभाग अंतर्गत 20 जिलों में 89 आदिवासी विकासखंड स्‍थापित हैं।


मध्यप्रदेश के 43 जनजातियों के नाम : 

भील, सौंर, अगरिया, भैना, परधान, उरांव, भतरा, कारकु, गोंड, कोल, मवासी, कंवर, पारधी, मुण्डा, कोरवा, सवर, कोलम, सौंता, कमार, आंध, कोरकू, पनिका, बिंझवार, खरिया, सहरिया, खैरवार, हलबा, भील, मीना, गदबा, बैगा, माझी, सोरन, डामोर, मझवार, कोंध, भारिया, पाव, बियार, भुंजिय, नगेसिया, बिरहोर।


प्रमुख तथ्य :

  • मध्यप्रदेश का सर्वाधिक अनुसूचित जाति वाला जिला 'उज्जैन' है।
  • मध्यप्रदेश का न्यूनतम अनुसूचित जाति जिला 'झाबुआ' है।
  • सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति प्रतिशत वाला जिला 'अलीराजपुर' है।
  • सबसे कम अनुसूचित जनजाति वाला जिला 'भिंड' है।
  • मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति भील है।
  • करमा विलमा बैगाओं का नृत्य है।
  • बैगा धार्मिक विष्वास के कारण स्थानांतरित कृषि करते हैं जिसे वेबार कहते हैं।
  • बैगा ही गोंड के परम्परागरत पुरोहित होते हैं।
  • औषधियों का अच्छा ज्ञान होता है इसलिए बैगा ओझा का कार्य करते हैं।
  • भिण्ड जिले में अनुसूचित जनजाति सबसे कम 0.4 प्रतिषत है।
  • कोल को प्राचीनतम जनजाति माना जाता है।

विशेष पिछड़ी जनजाति :

प्रदेश में तीन विशेष पिछड़ी जनजातियां निवासरत हैं। जिंन्हे केंद्र सरकार ने चिन्हित किया है -

  • भारिया
  • बैगा 
  • सहरिया 

राज्य शासन द्वारा 11 विशेष पिछड़ी जनजाति विकास अभिकरणों का गठन किया गया है। 

  • बैहर (बालाघाट)
  • डिण्डौरी, पुष्पराजगढ़ (अनुपपुर) 
  • शहडोल, उमरिया, ग्वालियर, (दतिया जिला सहित)
  • श्योपुर (भिण्ड, मुरैना जिला सहित) 
  • शिवपुरी, गुना (अशोकनगर जिला सहित) 
  • तामिया ( छिन्दवाड़ा जिला )

वन्या :
मध्य प्रदेश के जनजातीय परंपरा के प्रचार और संरक्षण, सांस्कृतिक भव्यता और जनजातीय समुदायों के लिए सरकारी कल्याण योजनाओं के उचित प्रदर्शन के लिए 25 मार्च 1980 को वन्या की स्थापना की गई थी।


जनजाति नृत्य :
शैला - गोंड, कमार
भगोरियां - भिल
लेहंगी - सहारियां
थापटी - कोरकू
अहिराई, भइयम सैतम - भारिया
अटारी - बैगा, भूमिया
हुलिया - मुरिया
ढाँढल - कोरकू