बिहार में लड़े गए प्रमुख युद्ध :Major battles fought in Bihar



भारत में बिहार राज्य शक्ति का केंद्र रहा है और यहां कुछ प्रमुख युद्ध हुए है जिन्होंने भारतीय इतिहास में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन युद्धों के परिणामों ने भारतीय इतिहास को नई दिशा दी है। 

बिहार में लड़े गए प्रमुख युद्ध (Major battles fought in Bihar):

  • ईसा पूर्व 487 में, जब अजातशत्रु के राज्य की राजधानी राजगीर थी, अजातशत्रु और लिच्छवीराज के बीच युद्ध हुआ था जिसमें अजातशत्रु विजय हुआ था। इस युद्ध का समर क्षेत्र पाटलिपुत्र का किला था।
  • ईसा पूर्व 323 में चंद्रगुप्त मौर्य और नंद वंश के आखिरी राजा घनानंद के मध्य पाटलिपुत्र में युद्ध हुआ था, जिसमें चंद्रगुप्त मौर्य विजय हुआ। और भारत में मौर्य वंश की सुरुआत हुई।
  • शुंग वंश का शासन समाप्त होने पर पहली शताब्दी में कनिष्क ने उस काल के प्रकांड विद्वान अशोक घोष को अपने साथ अपनी राजधानी पेशावर ले जाने के लिए पाटलिपुत्र पर आक्रमण कर दिया। किसी विद्वान के लिए संभवत: संपूर्ण विश्व में अब तक यह एकमात्र युद्ध लड़ा गया था।
  • वर्ष 514 में प्रसिद्ध हूण शासक ने मिहरीकुल ने बालदित्य (नरसिंह गुप्त) के शासनकाल मगध पर आक्रमण किया था। वर्ष 514 में नरसिंह गुप्त के वंशज तथा गॉड (बंगाल) के राजा शशांक के मध्य मगध क्षेत्र में युद्ध हुआ था, जिसमें शशांक विजय हुआ था।
  • घाघरा की लड़ाई : वर्ष 1526 में पानीपत और वर्ष 1527 में खानवा के युद्ध के बाद 6 मई, 1529 को लड़ी गई घाघरा की लड़ाई (Battle of Ghaghra) मुगल साम्राज्य के लिए एक प्रमुख युद्ध था। यह युद्ध बाबर की सेना और सुल्तान महमूद लोदी के अधीन पूर्वी अफगान संघ एवं सुल्तान के अधीन बंगाल की सल्तनत के बीच हुआ था जिसमे बाबर की जीत हुई।
  • चौसा का युद्ध : वर्ष 1539 में शेरशाह का और हुमायूं के मध्य बक्सर के निकट चौसा में युद्ध हुआ था, जिसमें शेरशाह विजय हुआ था।
  • बक्सर का युद्ध : वर्ष 1764 बक्सर में बंगाल के नवाब मीर कासिम, दिल्ली के बादशाह शाह आलम द्वितीय तथा अवध के नवाब शुजाउदौला, कि संयुक्त सेना से अंग्रेजों का युद्ध हुआ था, जिसमें सर हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में अंग्रेज विजय हुए थे।