धार्मिक एवं दार्शनिक संप्रदायों पर आधारित 10 MCQs Part 4

धार्मिक एवं दार्शनिक संप्रदायों पर आधारित 10 कठिन MCQs — UGC NET, CGPSC और अन्य उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयुक्त, उत्तर व संक्षिप्त व्याख्या सहित:

1. निम्नलिखित में से किस दर्शन में 'प्रत्यभिज्ञा' शब्द का विशेष महत्व है?
A) वैशेषिक
B) काश्मीर शैव दर्शन
C) अद्वैत वेदांत
D) सांख्य
उत्तर: B) काश्मीर शैव दर्शन
व्याख्या: प्रत्यभिज्ञा का अर्थ है "स्व-स्मरण" — यह काश्मीर शैव दर्शन की एक विशिष्ट अवधारणा है।

2. 'आप्तवाक्य' को प्रमाण मानने वाला दर्शन कौन-सा है?
A) जैन
B) बौद्ध
C) चार्वाक
D) योग
उत्तर: A) जैन
व्याख्या: जैन दर्शन में 'आप्त' अर्थात ज्ञानी व्यक्ति के वचन को प्रमाण माना गया है।

3. किस दर्शन के अनुसार 'ईश्वर' परम कारक, सर्वज्ञ एवं सर्वव्यापी है परंतु केवल साक्षी भाव में है?
A) सांख्य
B) न्याय
C) योग
D) अद्वैत
उत्तर: C) योग
व्याख्या: पतंजलि योग दर्शन में ईश्वर को विशेष पुरुष कहा गया है जो केवल साक्षी होता है।

4. निम्न में से किस दर्शन में 'द्रव्य', 'गुण' और 'कर्म' की त्रिविध सत्ता स्वीकार की गई है?
A) न्याय
B) वैशेषिक
C) सांख्य
D) वेदांत
उत्तर: B) वैशेषिक
व्याख्या: वैशेषिक दर्शन में पदार्थों को द्रव्य, गुण, कर्म, सामान्य, विशेष और समवाय रूप में वर्गीकृत किया गया है।

5. निम्न में से किस शास्त्र में 'हेतुचक्र' की अवधारणा मिलती है?
A) न्याय
B) योग
C) बौद्ध
D) जैन
उत्तर: C) बौद्ध
व्याख्या: बौद्ध तर्कशास्त्र में हेतुचक्र (wheel of reason) तर्क का विश्लेषणात्मक ढांचा है।

6. किस दर्शन के अनुसार "जीव और ब्रह्म एक ही हैं, भेद केवल अज्ञान का परिणाम है"?
A) विशिष्टाद्वैत
B) द्वैत
C) अद्वैत
D) शुद्धाद्वैत
उत्तर: C) अद्वैत
व्याख्या: शंकराचार्य के अनुसार जीव और ब्रह्म अलग नहीं, अपितु अविद्या के कारण भिन्न प्रतीत होते हैं।

7. बौद्ध धर्म में 'माध्यमक' संप्रदाय के प्रवर्तक कौन थे?
A) नागार्जुन
B) अश्वघोष
C) वसुबंधु
D) कुमारजीव
उत्तर: A) नागार्जुन
व्याख्या: नागार्जुन ने शून्यवाद की अवधारणा के आधार पर माध्यमक संप्रदाय की स्थापना की।

8. किस दर्शन में 'शब्द' को नित्य और एक स्वतंत्र पदार्थ माना गया है?
A) सांख्य
B) चार्वाक
C) न्याय
D) बौद्ध
उत्तर: C) न्याय
व्याख्या: न्याय दर्शन के अनुसार शब्द नित्य है और वाक्य के रूप में अर्थ प्रदान करता है।

9. बौद्ध धर्म का वह संप्रदाय कौन-सा है जो तांत्रिक साधनाओं और मंत्रों पर आधारित है?
A) महायान
B) हीनयान
C) वज्रयान
D) मध्यमयान
उत्तर: C) वज्रयान
व्याख्या: वज्रयान संप्रदाय तंत्र, मंत्र और योगिक साधनाओं पर आधारित है।

10. जैन धर्म में 'केवलज्ञान' प्राप्त करने के लिए कितने गुणस्थान क्रम से पार करना होता है?
A) 7
B) 10
C) 12
D) 14
उत्तर: D) 14
व्याख्या: जैन धर्म में मोक्ष प्राप्ति से पूर्व 14 गुणस्थान होते हैं, जिन्हें आत्मा क्रमशः पार करती है।