कुकुर का अर्थ कुत्ता होता है। कुकुर को समर्पित कुकुरदेव मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिले में डोंडिलोहरा सड़क पर बालोद से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर खपरी गांव में स्थित है। यह एक पूर्वमुखी मंदिर है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर कुकुर की मूर्ति है। मंदिर के गर्भगृह में एक शिवलिंग है। मंदिर के बाह्य दीवारों पर नाग की आकृति उकेरी गई है।
यह मंदिर एक स्मृति इमारत है। इसका निर्माण फणिनांग वंशी शासन काल में 14 से 15 वी शताब्दी में हुआ था। किवयदंतियो के अनुसार एक साहूकार के द्वारा इसे अपने कुत्ते के याद में बनवाया गया था।