रत्नदेव द्वितीय कलचुरि शासक थे। इन्होने 1120 ई. से 1135 ई. तक शासन किया। रत्नदेव द्वितीय के पिता जाज्वल्यदेव प्रथम थे।
इन्होने त्रिपुरी नरेश गयाकर्ण को पराजित कर त्रिपुरी की अधीनता अस्वीकार कर दी। इन्होने गंगवंशी शासक अनंतवर्मा चोडगंग को पराजित किया। इसके अलावा इन्होने गौड़ के शासक एवं खिज्जिजंग के भंज शासक को भी पराजित किया।
इन्होने त्रिपुरी नरेश गयाकर्ण को पराजित कर त्रिपुरी की अधीनता अस्वीकार कर दी। इन्होने गंगवंशी शासक अनंतवर्मा चोडगंग को पराजित किया। इसके अलावा इन्होने गौड़ के शासक एवं खिज्जिजंग के भंज शासक को भी पराजित किया।