छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने 1 मार्च को साल 2021-22 का बजट पेश कर रहे हैं। राज्य का कुल बजट का आकार 97,106 करोड़ रुपए का है।
बजट की प्रमुख घोषणाएं
मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा, इसके लिए 171 करोड़ 20 लाख का प्रावधान किया गया है।
गौठान योजना के लिए 175 करोड़ का प्रावधान।
कोदो,कुटकी,रागी को समर्थन मूल्य में लिया जाएगा।
PM कृषि सिंचाई योजना और शाकंभरी योजना के लिए 123 करोड़ का प्रावधान।
भूमिहीन श्रमिकों के लिए नवीन न्याय योजना की होगी शुरुआत।
पत्रकारों की आकस्मिक मृत्यु की सहायता राशि को 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख प्रावधान।
तृतीय लिंग के लिए 76 लाख की लागत से पुनर्वास केंद्र बनाए जाएंगे।
स्वच्छता दीदियों के मानदेय को बढ़ाकर 5 हजार से 6 हजार किया गया।
देसी खाद्य दलहन, चावल, वनोपज , शहद , झाड़ू, टेराकोटा, बेलमेटल, जैसी सामग्री को एक ही छत के नीचे विपणन किया जाएगा। दूसरे राज्यो में छत्तीसगढ़िया 'C' मार्ट की स्थापना की जाएगी।
300 करोड़ की लागत से 3 मेडिकल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार। नवा रायपुर में बसाहट के लिए 355 करोड़ का प्रवधान। सरकारी खर्चों में कटौती का निर्णय लिया गया है।
चाइल्ड बजट - 12 हजार करोड़
बस्तर टाइगर्स के 2800 पदों पर होगी भर्ती
बस्तर टाइगर्स के जवान पुलिस फोर्स को जंगल की खबरें देंगे। गौरेला पेंड्रा मरवाही में जवानों के लिए आवासीय भवन का निर्माण किया जाएगा. रायपुर जिला अस्पताल में हमर लैब में 90 से बढ़ाकर 120 तरह की जांच सुविधा होगी।
क्षेत्रवार व्यय
राजस्व व्यय - 85.50%
पूंजीगत व्यय - 14.50%
अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के लिए व्यय - 34%
अनुसूचित जाति क्षेत्र के लिए व्यय - 13%
सामाजिक क्षेत्र में व्यय - 38%
आर्थिक क्षेत्र में व्यय - 39%
सामाजिक क्षेत्र पर व्यय क मुख्य अवयव
स्कूल शिक्षा - 15.9%
अनुसूचित जाति एवं जनजाति - 2.4%
स्वास्थ्य - 5.9%
महिला एवं बाल विकास - 2.3%
आर्थिक क्षेत्र पर व्यय के मुख्य अवयव
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति - 5.0%
पंचायत एवं ग्रामीण विकास - 9.1%
लोक निर्माण - 6.6%
सिंचाई - 2.9%