5/09/2024

भारत के पहले आम चुनाव में बी.आर. अम्बेडकर को हराने वाले व्यक्ति


नारायण सदोबा काजरोलकर एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता, गांधीवादी, सामाजिक कार्यकर्ता और दलित नेता थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य थे। वर्ष 1953 को पहले पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य बने थे, जो अनुसूचित जाति समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे। वह दलित वर्ग संघ के भी सदस्य थे।


बी.आर. अंबेडकर की आलोचना और राजनीतिक :

अंबेडकर को कजरोलकर पक्षपाती मानते थे। काजरोलकर ने अंबेडकर की आलोचना करते हुए कहा था कि धन को चंबर और मंग जैसे अन्य लोगों के बीच समान रूप से विभाजित करने के बजाय अपनी जाति, महार पर खर्च करते हैं।

कजरोलकर जी को भारत के पहले आम चुनाव में बी.आर. अम्बेडकर को हराने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। वर्ष 1952 में मुंबई उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्र से पहले लोकसभा चुनाव में उन्हें 15000 से अधिक वोटों से हराया था। वर्ष 1962 के चुनाव में वह दूसरी बार भी उसी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए।