कही देबे सन्देश ( kahi debe sandeah) यह छत्तीसगढ़ी भाषा में बनी पहली फ़िल्म है जिसका निर्देशन मनु नायक ने किया। यह फ़िल्म "अन्तरजातीय प्रेमकहानी" और "छूआछूत विरोध" पर आधारित है। अन्तरजातीय प्रेमकहानी होने की वजह से फिल्म को विरोध का भी सामना करना पड़ा। फिल्म को तत्कलीन मध्यप्रदेश सरकार ने टैक्स फ्री कर दिया जिससे फिल्म को काफी प्रोत्साहन मिला।
कलाकार :
नायक - कान मोहन
नायिका - उमा
गायक - मोहम्मद रफी, महेंद्र कपूर, सुमन कल्याणपुर व मीनू पुरुषोत्तम ने स्वर दिए। रफी साहब ने दो गाने "झमकत नदिया हिनी लागे परबत मोर मितान(दोस्त)" तथा तोर पैरी (पायल)के झनर-झनर।
संगीतकार - मलय चक्रवर्ती
गीतकार - डा.एस.हनुमंत नायडू
निर्माण :
सम्पुर्ण फिल्म का निर्माण 27 दिनो में करीब सवा (1.25) लाख रुपए की लागत में हुआ था। फिल्म के अधिकांस भाग की शुटिंग वर्तमान बलौदाबाजार जिले के पलारी ग्राम में की गयी थी।16 अप्रैल 1965 को रायपुर, भाटापारा, बिलासपुर में फिल्म को प्रदर्शित किया गया था।