श्री राम मंदिर, सिरपुर - Ram Temple Sirpur

छत्तीसगढ़ हमेसा से एक आदिवासी बहुल क्षेत्र रहा है और यहां के जनजातियों में भगवान श्रीराम के प्रति आस्था अद्वितीय है। छत्तीसगढ़ में आज भी भगवान श्रीराम को भांजा माना जाता है क्यों कि मान्यनुसार माता कौसल्या (कौशल्या) का जन्म स्थल छत्तीसगढ़ ही है। यहां आप को भगवान श्रीराम से संबंधित बहुत से किस्से और स्थल मिलेंगे। ऐसा ही एक स्थल सिरपुर में भी स्थित है।

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में सिरपुर गांव में प्राचीन राम मंदिर स्थित है। यह पथ्थरो से निर्मित एक ऊँची टीले के ऊपर स्थित युगल मंदिरों में से एक है। यह मंदिर वर्ष 2003-04 के उत्खनन में मिली। इस मंदिर का निर्माण काल लगभग 7वीं शताब्दी मानी जाती है।

इस मंदिर की विशेषता यह है कि दक्षिण कोसल में निर्मित होने वाले ताराकार भू–विन्यास वाले मंदिरों की परम्परा में यह अत्यन्त प्राचीन उदाहरण है। युगल मंदिरों में से एक मंदिर के अवशेष ही भग्नावस्था में दिखाई देते हैं जबकि दूसरे मंदिर की मात्र भू योजना ही दृष्टव्य है। 

यहां पुजारी निवास के पूर्वी भाग में एक अन्य संरचना प्राप्त हुई  है जो संभवत शंख की चूड़ियों के निर्माण की कार्यशाला रही होगी क्योंकि इसके एक कक्ष से अनेक शंख, शंख निर्मित चूड़ियां तथा अर्धनिर्मित चूड़ियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं।


Source :

ASI Raipur Circle 

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