मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपात



मध्यप्रदेश के प्रमुख जलप्रपातों की सूची

बहुती जलप्रपात: यह मध्यप्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है जो रीवा ज़िले के मऊगंज में स्थित है। इसकी ऊंचाई करीब 198 मीटर (650 फ़ीट) है। यह बिहड़ नदी की सहायक नदी सेलर नदी पर बना है।

कपिलधारा जलप्रपात: यह अमरकंटक में स्थित है और नर्मदा नदी पर बना है। लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता यह जलप्रपात धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

कुकड़ी खापा जलप्रपात: यह सिवनी जिले में सिलेवानी पर्वत श्रृंखला का एक हिस्सा है। इसकी ऊंचाई लगभग 60 फ़ीट है। 

केवटी जलप्रपात : रीवा जिले में स्थित यह जलप्रपात लगभग 322 फीट की ऊंचाई से गिरता है, जो इसे राज्य के सबसे ऊंचे जलप्रपातों में से एक बनाता है। यह तमसा नदी की सहायक नदी महाना नदी पर स्थित है।

गाथा जलप्रपात: पन्ना जिले में स्थित इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 91 मीटर ( 299 फ़ीट ) है। यह केन नदी पर स्थित है।

चचाई जलप्रपात: यह रीवा जिले में बिहड़ नदी पर स्थित है और लगभग 130 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। 

तिंचा जलप्रपात : इंदौर के पास स्थित एक मौसमी जलप्रपात है। एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल है।

दुग्धधारा जलप्रपात: अमरकंटक के पास स्थित, यह जलप्रपात अपनी दूध जैसी सफेद धारा के लिए जाना जाता है।

धुआँधार जलप्रपात : जबलपुर के पास स्थित यह जलप्रपात नर्मदा नदी पर है और यहाँ पानी की धारा से उठते धुंए के कारण इसे धुआँधार कहा जाता है।

पवा जलप्रपात : यह ग्वालियर जिले में स्थित है और एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है।

पांडव जलप्रपात : पन्ना में स्थित यह जलप्रपात पांडवों से जुड़ी पौराणिक कथाओं के कारण प्रसिद्ध है।

पातालपानी जलप्रपात : यह इंदौर के पास स्थित है और एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। मानसून में यह जलप्रपात खासा आकर्षक हो जाता है।

पुरवा जलप्रपात : यह रीवा जिले में स्थित है और एक गहरी खाई में गिरता है, जो इसे अद्भुत दृश्य बनाता है।

बाहुती जलप्रपात : यह सीधी जिले में स्थित है और मध्य प्रदेश के सबसे ऊंचे जलप्रपातों में से एक है।

रजत जलप्रपात : पचमढ़ी में स्थित यह जलप्रपात "सिल्वर फॉल" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह चांदी की तरह चमकता है।

रानेह जलप्रपात: यह खजुराहो के पास केन नदी पर स्थित है । यह पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में पांडव जलप्रपात भी पास में स्थित है।

राहतगढ़ जलप्रपात: यह सागर जिले में बीना नदी पर स्थित है। इसे भालकुंड और भीमकुंड के नाम से भी जाना जाता है।

लिलाही जलप्रपात: छिंदवाड़ा जिले में कन्हान नदी पर स्थित है। इसे "धनोरा जलप्रपात" के नाम से भी जाना जाता है।

शंभुधारा जलप्रपात : यह अनूपपुर जिले में अमरकंटक से करीब 9 किलोमीटर दूर बरती नाला में स्थित है।

सनकुआ जलप्रपात: दतिया जिले में सिंध नदी पर स्थित है। सनकुआ में ही स्थित कान्हागढ़ का किला व नन्दनन्दन महल भी पर्यटन स्थल है।